Grand News : देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा सबसे से कड़ी होती हैं। जिसमे कई प्रोटोकॉल को मानना पड़ता हैं। इसी बारे में हम आप को कुछ खास जानकारी देंगे।
देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी की होती है। पीएम की सुरक्षा के लिए लगभग 100 लोगों का एक दल होता है। जो वर्दी के साथ-साथ सिविल ड्रेस में एनएसजी के कमांडो से घिरे होते हैं। प्रधानमंत्री के 24 घंटे की सुरक्षा की जिम्मेदारी SPG की होती है। पीएम के दौरे वाले स्थानों पर एसपीजी के विशेष प्रशिक्षित निशानेबाज कमांडों को तैनात किया जाता है। पीएम के काफिले के ठीक आगे और पीछे पुलिस के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां होती हैं। बाईं और दाईं ओर दो और वाहन होते हैं और बीच में प्रधानमंत्री का बुलेटप्रूफ वाहन होता है। काफिले में 2 बख्तरबंद BMW, 7 सीरीज सेडान, 6 BMW X5 और एक मर्सिडीज बेंज और एंबुलेंस के साथ एक दर्जन से अधिक वाहन रहते हैं। हमलावरों को गुमराह करने के लिए काफिले में प्रधानमंत्री के वाहन के समान दो डमी कारें शामिल होती हैं। एक जैमर वाली गाड़ी भी काफिले के साथ चलती है। ये सड़क के दोनों ओर 100 मीटर दूरी तक किसी भी रेडियो कंट्रोल या रिमोट कंट्रोल डिवाइस को जाम कर देते हैं, इससे रिमोट से चलने वाले बम या IED में विस्फोट नहीं होने देता। सभी कारों पर NSG के सटीक निशानेबाज तैनात रहते हैं।
हवाई यात्रा के दौरान क्या प्रोटोकॉल
प्रधानमंत्री किसी कार्यक्रम में हेलिकॉप्टर के जरिए जा रहे हैं तो किसी खास परिस्थिति के लिए कम से कम एक वैकल्पिक सड़क मार्ग तैयार रखने का नियम होता है। इस रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था की जांच सीनियर पुलिस अधिकारी PM के दौरे से पहले करते हैं। इस रास्ते पर सुरक्षा जांच रिहर्सल के समय SPG, स्थानीय पुलिस, खुफिया ब्यूरो और ASL टीम के अधिकारी सभी शामिल होते हैं।