गरियाबंद। CG NEWS : शिकारीयों के पोटाश बम से घायल हुए हाथी के शावक की हालत पिछले 25 दिन में बिगड़ी हुई है, पर अब हाथी के बच्चे स्वस्थ में सुधार आते दिख रहा है वही आज इलाज के दौरान सीसीएफ अधिकारी ने घायल हाथी के बच्चे का नामकरण किया है। उन्होंने ने बच्चे का नाम अघन रखा है।
आपको बता दे वन्यजीव विशेषज्ञ चिकित्सक बीमार शावक को ट्रेंकुलाइजर गन से बेहोश कर उसका उपचार कर रहे हैं। एंटीबायोटिक,एंटीफंगल, एंटीमैगेट के इंजेक्शन देने के साथ-साथ उसे ड्रिप चढ़ा कर दवाइयां दी जा रही है। साथ ही शावक की स्थिति अगर नहीं सुधरती है तो उसे रायपुर के जंगल सफारी ले जाकर वहां उसका इलाज करने की भी तैयारी उदंती सीतानदी वन प्रशासन कर रहा है।
पोटाश बम से घायल हुए हाथी के शावक की लगातार स्थिति बिगड़ती जा रही है, वहीं दूसरी ओर हाथियो का झुंड और उसकी मां ने भी उसे अकेला छोड़ दिया है, वन विभाग बीमार बच्चे के इलाज के लिए अब रेस्क्यू अभियान चला रहा है, वन प्रशासन के सामने एक बड़ी समस्या यह भी है कि अगर बच्चे की स्थिति ठीक भी होती है तो उसका झुंड फिलहाल शावक को छोड़कर 80 किलोमीटर दूर गरियाबंद जिले के आमामोरा के पहाड़ पर चढ़ चुका है, जिससे शावक का झुंड में वापस जाकर शामिल नहीं हो पाएंगा, इसे लेकर वन विभाग भी चिंतित हैं, वहीं वन विभाग ने पोटाश बम फेंकने वाले शिकारी की तलाश भी तेज कर दी है।