वीरेंद्र सोनी, सरिया। CG NEWS : 100 साल से अधिक का पुराना इतिहास रचने वाले नगर के जगन्नाथ मंदिर की अब अच्छी तरह से मरम्मत हो रही है। चित्रोत्पला महानदी की गोद में बसा सरिया क्षेत्र के कोने-कोने में देवी देवता वास करते हैं। हमारे प्राचीन ग्रंथो के साथ पौराणिक कथाओं में भी इसका उल्लेख मिलता है। सरिया अंचल में आज भी सदियों पुराने मंदिर स्थित है। सरिया जगन्नाथ मंदिर की चर्चा करें तो यहां शोधार्थियों की लिए अनूठा विषय भी बन सकता है।
जगन्नाथ मंदिर का इतिहास
बताया जाता है कि यहां महाप्रभु जगन्नाथ भगवान, भगवान विष्णु के साथ-साथ अन्य देवी देवता स्थापित व पूजित है। जनश्रुति के अनुसार नगर के जगन्नाथ मंदिर का निर्माण तत्कालीन ग्राम गौटिया खतू गौटिया के द्वारा किया गया था तथा यहां स्थापित भगवान विष्णु की प्रतिमा पुरातात्विक स्थल ग्राम पुजेरापाली से प्राप्त हुई है। जो की शोधार्थियों के लिए एक शोध का विषय बन सकता है। पत्थर की विष्णु प्रतिमा में श्रद्धालु जन शुद्ध घी से स्नान करते हैं । पर घी कहां समाहित हो जाता है, इसका पता ही नहीं चलता। इसके साथ ही साथ प्रतिमा गर्मी के दिनों में भी इतनी शीतल रहता है कि लोग आश्चर्य में पड़ जाते हैं। इसीलिए इसे शोध का विषय भी मान रहे हैं। 100 साल पुराने मंदिर जर्जर होने के कारण इसकी मरम्मत की आवश्यकता पड़ी और नगरवासी एवं श्रद्धालुओं के जन सहयोग से मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है।
हालांकि आर्थिक तंगी का सामना करते हुए मंदिर समिति ने लोगों से अपील किया है कि मंदिर के पूर्णतया में सहयोग प्रदान कर ऐतिहासिक धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने में सहयोग की अपील किया है।