कोरबा। पुलिस ने अंधे कत्ल का मामला सुलझा लिया है। बताया जा रहा है कि प्रेमिका से मोबाइल पर बात नहीं करने से क्षुब्ध होकर युवक ने की नाबालिग किशोरी की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को 24 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक बल्गी में रहने वाले लक्ष्मण जांगड़े की नातिन भूमि सोनवानी बचपन से अपने नाना के घर रहती थी। 3 नवंबर को लक्ष्मण की बहू और बेटे कृषि कार्य से ग्राम गोड़ी गए हुए थे। 5 नवंबर को लक्ष्मण जांगड़े ड्यूटी जाने के लिए शाम 4 बजे रवाना हुआ रात को 12 बजे जब वह घर पहुंचा तो देखा कि जमीन पर खून से लथपथ नाबालिग की लाश पड़ी हुई थी।
उसने घटना की जानकारी पड़ोसियों व पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंची। इसके साथ ही डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। इस दौरान मृतिका के मोबाइल से पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि लक्ष्मण जांगड़े के पड़ोस में रहने वाले सुनील रात्रे जो किशोरी के मामा नागेंद्र जांगड़े का मित्र था। वह अक्सर उनके घर आना-जाना किया करता था। सुनील का बल्गी में रहने वाली युवती से प्रेम प्रसंग था। युवती की दूसरी जगह शादी हो चुकी थी। सुनील नाबालिग से अक्सर अपनी प्रेमिका से मोबाइल पर बात कराने के लिए दबाव बनाता था।
घटना के दिन भी रात 8:30 बजे सुनील नाबालिग के घर पहुंचा। उस दौरान वह अकेली थी। आरोपी ने प्रेमिका से बात कराने के लिए कहा। नाबालिग ने बात कराने से इंकार कर दिया, जिससे वह नाराज हो गया। उसने फिर से उस पर दबाव बनाया लेकिन नाबालिग ने मना कर दिया। गुस्से से उसने नाबालिक का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। वह बच ना जाए यह सोचकर उसने किचन में रखे चाकू से उसका गला रेत दिया।
आरोपी ने चाकू में लगे खून को उसके घर के बेसिन पर साफ किया और चुपचाप पीछे के दरवाजे से अपने घर चला गया। दूसरे दिन सुबह व भतीजी को का इलाज कराने के लिए रायपुर के लिए रवाना हो गया। पुलिस ने सुनील को रायपुर से बुलाया और पूछताछ की। कड़ाई से पूछताछ के दौरान उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया है।