बिलासपुर | CG BIG NEWS: न्यायधानी के जरहाभाठा स्थित एसकेबी मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और जिला अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही से जुड़ा गंभीर मामला सामने आया है.नसबंदी कराने आई महिला की सर्जरी में लापरवाही के कारण उसकी हालत बिगड़ गई. मामले में परिजनों की शिकायत पर सीएमएचओ ने जांच के आदेश दिए थे. अब नर्सिंग होम एक्ट की टीम ने एसकेबी हॉस्पिटल की ऑपरेशन थिएटर को मानकों के अनुरूप न पाकर तत्काल बंद करने का निर्देश दिया है.
मस्तूरी के वार्ड 14 निवासी विष्णु कुमार 20 दिसंबर को अपनी पत्नी सुमन को नसबंदी के लिए जिला अस्पताल लाए..स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना चौधरी ने जिला अस्पताल में स्टाफ की कमी बताते हुए सुमन को अपने निजी अस्पताल (एकेबी मल्टीस्पेशलिस्ट हॉस्पिटल) भेजा और ऑपरेशन किया. डॉक्टर ने बिना एनेस्थेसिया विशेषज्ञ के खुद ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के बाद 24 दिसंबर को महिला की तबीयत बिगड़ी और उसकी आंत में छेद पाया गया. गंभीर हालत में महिला को अपोलो रेफर किया गया, जहां वह वेंटिलेटर पर है.
इधर शिकायत के बाद सीएमएचओ ने जांच टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की.. नर्सिंग होम एक्ट के तहत निजी अस्पताल की ओटी में खामियां पाई गईं और इसे तत्काल बंद करने के निर्देश दिए गए. डॉक्टर और अस्पताल दोनों पर अलग-अलग जांच चल रही है.
इस तरह की लापरवाही से मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.. सरकारी डॉक्टर का निजी अस्पताल में मानकों के बिना ऑपरेशन करना स्वास्थ्य सेवाओं और डॉक्टरों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि ऐसी घटनाएं कब थमेंगी और मरीजों को सुरक्षित इलाज का भरोसा कब मिलेगा?