“जय श्री राम” के नारों से गूंज उठा तिरंगा चौक, रिखी राम यादव के टिकट पर कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न!
जैसे ही भाजपा ने रिखी राम यादव को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित किया, कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। तिरंगा चौक पर जय श्री राम के गगनभेदी नारों के बीच ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर आतिशबाजी हुई, मिठाइयाँ बांटी गईं और पूरे नगर में खुशी की लहर दौड़ गई। महज 24 घंटे के भीतर हुए इस टिकट परिवर्तन को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चाओं का दौर जारी है।
सांसद संतोष पांडेय – “भाजपा प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करेगी”
सांसद संतोष पांडेय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मजबूती से चुनाव लड़ रही है। कार्यकर्ताओं का जोश बता रहा है कि इस बार हम बड़ी संख्या में जीत दर्ज करेंगे।”
पूर्व अध्यक्ष गफ्फू मेमन – “रिखी भैया को जनता का पूरा आशीर्वाद मिलेगा”
पूर्व अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने कहा, “रिखी भैया जब पहली बार चुनाव लड़े थे, तब भी जनता ने उन्हें अच्छे मतों से विजयी बनाया था। हमने पांच साल मिलकर शहर के विकास के लिए काम किया, और अब इस कार्य को और आगे बढ़ाएंगे। पहले हमारे राज्य में सरकार नहीं थी, लेकिन अब केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की सरकार है, जिससे विकास कार्यों की गति दोगुनी होगी। नगर में एक बार फिर कमल खिलेगा।”
रिखी राम यादव – “हर वार्ड में खिलेगा कमल”
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रिखी राम यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सपनों को साकार करने के लिए हम सब मिलकर काम करेंगे। जनता का भरपूर समर्थन हमें मिल रहा है, और इस बार पूरे नगर में कमल का फूल खिलेगा।”
नगर के इस राजनीतिक घटनाक्रम ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा का यह रणनीतिक बदलाव किस तरह से मतदाताओं को प्रभावित करता है।
भाजपा ने बदला उम्मीदवार, अब कांग्रेस किसे बनाएगी प्रत्याशी? गैंद लाल सिन् का नाम चर्चा में!
भाजपा द्वारा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार में फेरबदल के बाद अब सबकी नजर कांग्रेस पर टिक गई है। पार्टी ने अब तक अपना पत्ता नहीं खोला है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक गैंद लाल सिन्हा की उम्मीदवारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। हालांकि, कांग्रेस की आधिकारिक सूची आज शाम तक जारी होने की संभावना है। अब देखना होगा कि भाजपा के बदलाव के बाद कांग्रेस किस रणनीति के तहत अपना प्रत्याशी उतारती है।