गरियाबंद: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अमितेश शुक्ल ने जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी चयन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला पंचायत चुनाव में पार्टी का आधिकारिक चिन्ह नहीं होता, जिससे प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया जटिल हो जाती है।
पूर्व विधायक शुक्ल ने कहा कि कई कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं, और उनके लिए सभी बराबर हैं। उन्होंने प्रत्याशी चयन प्रक्रिया से खुद को अलग रखने की घोषणा करते हुए कहा, “जो भी निर्णय स्थानीय कार्यकर्ता लेंगे, वही मुझे स्वीकार होगा। कृपया प्रत्याशी चयन का भार मुझ पर न डालें और यह न कहें कि यह मेरा निर्णय है।”
पूर्व विधायक के इस बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और संभावित उम्मीदवारों में हलचल तेज हो गई है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ता किन नामों पर सहमति बनाते हैं और कांग्रेस किस रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरती