Delhi Assembly Elections : दिल्ली विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद भाजपा की वापसी हो रही है। चार घंटे की मतगणना के बाद चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 70 में से 48 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों तक सिमटती नजर आ रही है। भाजपा को पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले 40 सीटों का फायदा हुआ, वहीं AAP को 40 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा।
भाजपा के वोट शेयर में 9% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि AAP को 10% से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कांग्रेस को इस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन उसका वोट शेयर 2% बढ़ा है।
AAP के कई बड़े नेता— आतिशी, सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, अमानतुल्लाह खान और अवध ओझा— पीछे चल रहे हैं। 2020 के चुनाव में AAP ने 62 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार उसे बड़ा झटका लगा है। भाजपा ने 27 साल बाद शानदार वापसी की है, जिससे दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।