प्रयागराज। CG NEWS : महाकुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है। बड़ी संख्या में भक्तगण प्रयागराज पहुंचकर गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर दोपहर तक लगभग 1.83 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। अब तक कुल मिलाकर 48 करोड़ श्रद्धालु इस महाकुंभ में पवित्र स्नान कर चुके हैं।
45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
महाकुंभ 2025 में इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने का अनुमान है। हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाले कुंभ में इस बार विशेष संयोग बन रहा है, क्योंकि 144 वर्षों में 12 कुंभ पूरे होने के बाद यह महाकुंभ का रूप ले चुका है। यही कारण है कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अभूतपूर्व रूप से अधिक देखी जा रही है। श्रद्धालुओं की गणना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया है। इस बार AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित हाईटेक कैमरों की मदद से भक्तों की संख्या का आकलन किया जा रहा है। इससे भीड़ प्रबंधन को सुचारु रूप से संचालित करने में सहायता मिल रही है।
बड़ी हस्तियों ने भी किया स्नान
महाकुंभ में अब तक कई प्रतिष्ठित हस्तियां पवित्र संगम में डुबकी लगा चुकी हैं। इनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू सहित कई वरिष्ठ नेता और गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी मंत्रिपरिषद ने भी संगम में स्नान किया। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, फिल्म अभिनेता और सांसद रवि किशन, कवि कुमार विश्वास, 73 देशों के प्रतिनिधिमंडल तथा भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक भी महाकुंभ की आस्था में सराबोर नजर आए।
आस्था और श्रद्धा का महासंगम
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाकर स्वयं को धन्य मान रहे हैं। इस पावन आयोजन में न सिर्फ भारत से, बल्कि दुनिया भर से संत, महात्मा और आम जन आकर धर्म और संस्कृति के इस विराट संगम में शामिल हो रहे हैं। महाकुंभ का आयोजन भव्यता और श्रद्धा के साथ जारी है, और आगामी दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।