नई दिल्ली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा के बाद अब केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेन्द्र प्रधान से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि प्रदेश में अधिशेष धान और चावल के उपयोग को लेकर केंद्रीय मंत्री से चर्चा की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि छत्तीसगढ़ में धान की बंफर पैदावार होती है। सरकार अधिकांश धान समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदती है, जिसका अलग-अलग मद में उपयोग किया जाता है। इसके बावजूद पर्याप्त मात्रा में धान और चावल बच जाता है, जिसका सार्थक उपयोग करने के लिए केंद्र से एथेनाॅल फैक्ट्री की मांग की गई थी। केंद्र ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है और पैडी से एथेनाॅल बनाने की अनुमति दी गई है। इसके बावजूद अधिशेष धान और चावल की उपयोगिता को लेकर सवाल खड़ा है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इस विषय पर केंद्रीय मंत्री से चर्चा की जाएगी और पूरे धान व चावल का उपयोग एथेनाॅल निर्माण में हो सके, इसकी मांग रखी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी से एथेनॉल पर एक मीटिंग है। पैडी से एथेनॉल बनाने की अनुमति भारत सरकार से मिली है मगर एक क्लॉज़ कि पैडी FCI से ही लेना पड़ेगा। ऐसे में हमारे पास जो अधिशेष धान और चावल बचता है उसका उपयोग नहीं हो पाएगा। हम इसकी मांग बैठक में रखेंगे: छत्तीसगढ़ CM https://t.co/NsTOM2IeZl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 17, 2020