रायपुर। CG VIDHANSABHA : छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज बजट सत्र के दूसरे दिन बिलासपुर जिले में अवैध शराब से होने वाली मौतों का मामला जोर शोर से गूंजा। विपक्ष ने आबकारी विभाग और पुलिस के संरक्षण में गांव गांव में शराब बिक्री की जानकारी देते हुए अवैध शराब बनाने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की जिससे नाराज होकर विपक्ष के सभी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया।
विधानसभा में आज ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने ने यह मामला उठाते हुए पूछा कि पिछले दिनों बिलासपुर जिले के लोफांदी गांव में अवैध शराब पीने कई लोगों की मौत हो गई, आज हर गांव में कोचियों के माध्यम से शराब बेचा जा रहा है। ये सब आबकारी और पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। दूसरे प्रदेश से अवैध शराब यहां आ रही है। विपक्ष के सदस्य भूपेश बघेल, शेषराज हरबंश और विक्रम मंडावी ने भी प्रदेश में नशे के अवैध कारोबार पर सरकार पर जमकर हमला करते हुए महुआ शराब के निर्माण पर रोक लगाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
जवाब में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बिलासपुर जिले में हुई घटना पर हुई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि नशे का अवैध कारोबार करने वाले 4 लोगों की संपत्ति सीज की गई है और विभाग के कुछ अधिकारियों को बर्खास्त भी किया गया है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि लोफांदी गांव में अवैध शराब से मौत हुई है वहीं सरकार इसे मानने के लिए तैयार नहीं थी और उनका कहना था कि मृतकों की बिसरा जांच रिपोर्ट नहीं आई है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष के सभी सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन कर दिया ।