नई दिल्ली। 10th board exam : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत भारत सरकार ने कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य छात्रों को अधिक अवसर देना और परीक्षा के दबाव को कम करना है।
ड्राफ्ट पॉलिसी जारी, 9 मार्च तक मांगी गई प्रतिक्रियाएं
इस नई परीक्षा प्रणाली के लिए ड्राफ्ट पॉलिसी CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbseindia29 पर अपलोड की गई है। सरकार ने 9 मार्च तक शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों से सुझाव मांगे हैं ताकि इस नीति को और प्रभावी बनाया जा सके।
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•छात्रों को दूसरा मौका: यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है, तो वह दूसरी परीक्षा में सुधार कर सकता है।
•तनाव कम होगा: एक बार परीक्षा देने का दबाव खत्म होगा और छात्रों को आत्मविश्वास मिलेगा।
•बेहतर परफॉर्मेंस का मौका: छात्र अपनी कमजोरियों को पहचानकर अगली परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
माना जा रहा है कि शिक्षा सत्र 2025-26 से यह प्रणाली लागू हो सकती है। सरकार को उम्मीद है कि यह बदलाव छात्रों के हित में होगा और शिक्षा प्रणाली को और अधिक लचीला बनाएगा। अब सभी की निगाहें इस पर हैं कि जनता की प्रतिक्रिया के बाद शिक्षा मंत्रालय इस नीति में क्या बदलाव करता है और इसे कब तक लागू किया जाता है।