जगदलपुर। CG NEWS : बस्तर की समृद्ध जनजातीय कला एवं संस्कृति को पुनर्जीवित करने और वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के उद्देश्य से मार्च 2025 में बस्तर पंडुम (बस्तर का उत्सव) का भव्य आयोजन किया जाएगा। राज्य शासन ने इस आयोजन के माध्यम से बस्तर के जनजातीय समुदाय को सम्मान और पहचान देने का निर्णय लिया है। इसके तहत बस्तर की अनूठी कला और संस्कृति को विश्वभर में प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बस्तर के कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी को इस आयोजन की तैयारी के निर्देश दिए। साथ ही, इस कार्यक्रम को जिला और संभाग स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई गई है, जिसमें जनजातीय नृत्य, गीत, नाट्य, वाद्य यंत्र, वेशभूषा, आभूषण, गोदना कला और पारंपरिक व्यंजन आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
सचिव संस्कृति अनबलगन पी ने कहा कि इस आयोजन से बस्तर के जनजातीय समुदाय में समरसता और एकता को बढ़ावा मिलेगा, जिससे विश्वास, शांति और विकास को भी बल मिलेगा। ब्लॉक स्तर पर कलाकारों को ओपन एंट्री दी जाएगी, और चयनित दलों को जिला और संभाग स्तर पर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के दलों को भी आमंत्रित किया जाएगा। विजेता दलों को नगद पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। आयोजनों में निःशुल्क भोजन, वाहन और ठहरने की व्यवस्था भी की जाएगी।
बस्तर की अद्वितीय जनजातीय कला एवं संस्कृति, इसकी विशेष बोली-भाषा, खान-पान और त्योहार इसे विश्वभर में प्रसिद्ध बनाते हैं, और इस आयोजन से इसे एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है।