गरियाबंद। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर गरियाबंद में अद्भुत और अलौकिक नजारा देखने को मिला। विश्व प्रसिद्ध भूतेश्वरनाथ महादेव से भोलेनाथ की पालकी को भव्य तरीके से नगर भ्रमण कराया गया। उज्जैन महाकाल की तर्ज पर निकली इस बारात में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए और भोलेनाथ के जयकारों से पूरा नगर भक्तिमय हो उठा।
शिव-पार्वती के स्वरूप धारण किए कलकार के साथ भोलेनाथ की इस बारात में भूत-पिशाच, अघोरी साधु, श्रद्धालु आकर्षण का केंद्र बने। भक्ति धुन पर शिवभक्त झूमते दिखे, तो वहीं बाबा की पालकी को कंधा लगाने के लिए हर गली-मोहल्ले में श्रद्धालुओं की होड़ मच गई। पालकी जैसे ही किसी वार्ड से गुजरती, वहां का माहौल भक्तिरस में सराबोर हो जाता।
नगर भ्रमण के दौरान विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने पालकी का स्वागत किया। इस दौरान बाबा भूतेश्वरनाथ की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बोल बम सेवा समिति के बाउंसर तैनात रहे। साथ ही जिला पुलिस भी पूरी मुस्तैदी से तैनात रही, जिससे भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
बोल बम सेवा समिति के सदस्य यश मिश्रा ने बताया कि बचपन से ही उज्जैन महाकाल की पालकी को देखते आ रहे थे और मन में एक ही इच्छा थी—काश हमारे शहर में भी बाबा भोलेनाथ की पालकी निकले। जब यह बात उन्होंने अपने दोस्तों से साझा की, तो सभी ने इसे साकार करने का संकल्प लिया।समिति के युवाओं ने न केवल एकजुट होकर इस विचार को आगे बढ़ाया, बल्कि बाउंसर, ढोल-नगाड़े, डीजे और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ बाबा भूतेश्वरनाथ की पालकी यात्रा की शुरुआत की। आज इस ऐतिहासिक आयोजन का दूसरा वर्ष है, और भगवान भोलेनाथ की कृपा से पूरा शहर उनकी भव्य पालकी के दर्शन कर रहा है।
यश मिश्रा ने कहा, “शिव की भक्ति से ही इस परंपरा का जन्म हुआ, और जब पूरा शहर बाबा की पालकी के दर्शन के लिए उमड़ता है, तो वह उत्साह और भक्ति देखने लायक होती है। यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि श्रद्धा और आस्था का महापर्व बन गया है।बोल बम सेवा समिति के सदस्य नमन निक्की सेन ने बताया कि अघोरी डीजे की धुन पर जहां युवा झूमने लगे, वहीं भोलेनाथ के दर्शन और पालकी को छूने मात्र के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह दिखा।
उन्होंने कहा, “यह हमारा दूसरा वर्ष है, जब हमने बाबा की पालकी निकाली है। लोग इस पावन क्षण का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जैसे ही पालकी नगर के वार्डों से गुजरी, हर गली-मोहल्ले में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।”
शिवभक्तों ने श्रद्धा से बाबा की पालकी को निहारा, पूजन-अर्चन किया और कंधा लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। पूरे नगर में भक्ति का माहौल देखते ही बन रहा था, और हर ओर “हर-हर महादेव” के जयकारे गूंज रहे थे।
बोल बम सेवा समिति के सदस्य नमन निक्की सेन ने बताया कि अघोरी डीजे की धुन पर जहां युवा झूमने लगे, वहीं भोलेनाथ के दर्शन और पालकी को छूने मात्र के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह दिखा।
उन्होंने कहा, “यह हमारा दूसरा वर्ष है, जब हमने बाबा की पालकी निकाली है। लोग इस पावन क्षण का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जैसे ही पालकी नगर के वार्डों से गुजरी, हर गली-मोहल्ले में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।”
शिवभक्तों ने श्रद्धा से बाबा की पालकी को निहारा, पूजन-अर्चन किया और कंधा लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। पूरे नगर में भक्ति का माहौल देखते ही बन रहा था, और हर ओर “हर-हर महादेव” के जयकारे गूंज रहे थे।
बस स्टैंड पर पालकी का स्वागत पुष्प वर्षा कर किया गया नगरपालिका की टीम द्वारा किया गया बाकायदा भक्तों और समिति के सदस्यों को शरबत वितरण किया गया
विश्व का सबसे विशालतम शिवलिंग
गरियाबंद का भूतेश्वरनाथ महादेव शिवलिंग विश्व का सबसे विशाल शिवलिंग माना जाता है। यह शिवलिंग हर साल प्राकृतिक रूप से बढ़ता है। दो साल पहले हुए माप के अनुसार इसकी ऊंचाई 55 फीट और व्यास 220 फीट था। वर्षों पूर्व एक धार्मिक पत्रिका ने इसे विश्व का सबसे विशालतम शिवलिंग घोषित किया था।
इस ऐतिहासिक आयोजन में बोल बम सेवा समिति की महत्वपूर्ण भूमिका रही। समिति के अभिषेक तिवारी सानू, निकेश सिन्हा, यश मिश्रा, नमन सेन, मानव निर्मलकर, संदीप तिवारी, जय पटेल सहित कई अन्य सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
इस महाशिवरात्रि पर भूतेश्वरनाथ महादेव के भक्तिमय दर्शन और भव्य बारात ने नगरवासियों के दिलों में आस्था की नई लौ जला दी।