केरल के पूर्व मंत्री और आइयूएमएल के विधायक वीके इब्राहिम कुंजू को सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बुधवार को कथित भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य की पूर्व सरकार कांग्रेस- यूडीएफ की शासन के दौरान फ्लाईओवर के निर्माण में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर उनकी गिरफ्तारी हुई है। मामले की जांच कर रहे सतर्कता अधिकारियों ने कुंजु को यहां एक निजी अस्पताल से गिरफ्तार किया गया। जहां उनका इलाज चल रहा था। सूत्रों ने कहा कि सतर्कता दल ने गिरफ्तारी से पहले अस्पताल अधिकारियों के साथ बातचीत की। इससे पहले फ्लाईओवर मामले के संबंध में वीएसीबी के अधिकारियों ने कुंजु से पूछताछ की थी।
इब्राहिम कुंजू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है और इसे ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया है। उनपर आरोप है कि वह पुल की खराब गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार थे। इसका निर्माण तब किया गया था जब वह ओमन चांडी की नेतृत्व वाली यूडीएफ सरकार में वह पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। राज्य सरकार ने फ्लाईओवर के पुनर्निर्माण का फैसला किया है।
इब्राहिम कुंजू मामले में पांचवें आरोपी हैं। 42 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, 750 मीटर के इस फ्लाईओवर को 100 से अधिक वर्षों तक चलना चाहिए था। यह अक्टूबर 2016 में खोला गया था और तीन साल के भीतर फ्लाईओवर ढहने लगा और इसे बंद करना पड़ा। फ्लाईओवर का निर्माण दिल्ली स्थित आरडीएस प्रोजेक्ट्स द्वारा राज्य के स्वामित्व वाली सड़क और पुल विकास निगम के लिए किया गया था। कीटको परियोजना के लिए पर्यवेक्षण सलाहकार था।
इस मामले में पहले ही चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और चारों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। पहले गिरफ्तार किए गए लोगों में आरडीएस प्रोजेक्ट्स के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमित गोयल, लोक निर्माण विभाग के पूर्व सचिव टीओ सोरज, कीटको का प्रतिनिधि बेनी पॉल और एमटी सड़कें और पुल विकास निगम से एमटी थकाचन शामिल थे।