रायपुर। CG VIDHANSABHA : छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज सेंट्रल पुल में प्रदेश का पूरा चावल खरीदी नहीं करने पर विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया और चर्चा की मांग की। विपक्ष के स्थगन को स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया। इससे नाराज कांग्रेस विधायक गर्भगृह में पहुंच गए। सदन के नियमानुसार नेता प्रतिपक्ष समेत 30 विपक्षी विधायकों के निलंबन की घोषणा स्पीकर डॉ रमन सिंह ने कर दी।
विधानसभा में आज नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत समेत सभी विपक्षी विधायकों ने केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश का पूरा चावल नहीं खरीदने पर स्थगन प्रस्ताव लाया। नेता प्रतिपक्ष समेत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि राज्य सरकार ने इस वर्ष 149 लाख मीट्रिक टन चावल का उपार्जन किया है जिसमें से 40 लाख मीट्रिक टन चांवल सरकार ने खुले बाजार में नीलाम करने का निर्णय लिया है इससे सरकार को 8 हजार करोड़ का नुकसान होगा, इससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। इसी तरह विपक्ष के उमेश पटेल, संगीता सिन्हा, द्वारकाधीश यादव समेत अन्य सदस्यों ने कहा कि जब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है तो केंद्र सरकार प्रदेश का पूरा चांवल क्यों नहीं खरीद रही है, जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार होने के बाद भी वहां पूरा चांवल खरीदा जा रहा है। विपक्ष ने आसंदी से आग्रह किया कि इस महत्वपूर्ण विषय पर काम रोककर चर्चा कराया जाए। स्पीकर के निर्देश पर विभागीय मंत्री दयालदास बघेल ने सरकार की ओर से जवाब पेश किया। इसके बाद स्पीकर ने विपक्ष का स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिया। इससे नाराज़ कांग्रेस विधायक गर्भगृह में घुसकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगें। सदन के नियम के अनुसार स्पीकर डॉ रमन सिंह ने विपक्ष के 30 विधायकों के निलंबन की घोषणा कर दी। कुछ समय बाद ही स्पीकर ने इनका निलंबन समाप्त कर दिया। इसके बाद भी विपक्ष सदन में नहीं पहुंचे इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।