जम्मू-कश्मीर के नगरोटा इलाके में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर अलर्ट रहते हुए कश्मीर को दहलाने की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों ने आज चार आतंकियों को ढेर किया है। चारों की पहचान तो नहीं हो पाई है, लेकिन यह चारों का आंतकी संगठन जैश से संबंध होने की आशंका है। तस्वीरों में देखें मुठभेड़ में कैसे मारे गए आतंकी…
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए आईजी मुकेश सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आतंकियों के पास से 11 एके-47 राइफल, तीन पिस्तौल, 29 ग्रेनेड, मोबाइल फोन, कंपास, गोला-बारूद और अन्य कई उपकरण बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जब से डीडीसी चुनावों की प्रक्रिया शुरू हुई है, तब से हमारे पास इंटेलिजेंस इनपुट आ रहे थे। इससे हमें जानकारी मिली थी कि चुनाव के मद्देनजर सीमापार से घुसपैठ की आशंका है।
साथ ही किसी विशेष टारगेट के लिए हथियारों की तस्करी भी की जा सकती है। इस इनपुट को और घुसपैठ की पिछली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए हमने सभी नाकों पर अलर्ट कर दिया था। सभी नाकों पर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान तैनात थे। चेकिंग के दौरान एक ट्रक को रोका गया।
शक होने पर जब ट्रक की तलाशी ली गई तो इस दौरान चालक फरार हो गया। अचानक सुरक्षाबलों पर फायरिंग होने लगी। जवाबी कार्रवाई में स्थानीय सेना और अन्य बलों ने भी साथ दिया। यह मुठभेड़ करीब तीन घंटे तक चली, जिसमें सुरक्षाबलों पर भारी मात्रा में गोला बारूद से हमला किया गया व ग्रेनेड भी फेंके गए।
सुरक्षााबलों की जवाबी कार्रवाई में चार आतंकी मारे गए। उन्होंने बताया कि हमारे दो पुलिस कांस्टेबल जख्मी हो गए हैं। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। जब उनसे पूछा गया कि क्या दिल्ली में जो आतंकी पकड़े गए हैं उनसे इनका कोई संबंध है। इस पर उनका कहना था कि ये अभी कहना मुश्किल होगा ये जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन इतना साफ है कि ये किसी बडी वारदात को अंजाम देने की कोशिश में थे।
मारे गए आतंकियों के पास से जितने हथियार बरामद हुए हैं, वो अभी तक की सबसे बड़ी खेप हो सकती है। बताया गया कि हर आतंकी के पास तीन बड़े और एक छोटा हथियार था। फिलहाल पूरे इलाके को सैनिटाइज कर फरार चालक की तलाश की जा रही है।