जशपुर। CG NEWS : दुर्ग की मासूम बच्ची के साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आक्रोश रविवार को पत्थलगांव में फूट पड़ा। भारी भीड़ और उग्र नारों के साथ कांग्रेसियों ने प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार को घेरा। प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि पुतला दहन के दौरान आग की चपेट में आते-आते पुलिसकर्मी और कुछ कार्यकर्ता भी झुलसने से बचे।
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहीं प्रदेश कांग्रेस महासचिव आरती सिंह ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “मुख्यमंत्री के गृह जिले में अपराध बेलगाम हैं और सरकार ‘सब चंगा सी’ के भ्रम में जी रही है।” उन्होंने कहा कि जिले के तुमला में सरपंच की हत्या और पत्थलगांव में लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं दर्शाती हैं कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
पवन अग्रवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “यह सुशासन नहीं, बल्कि कुशासन का महोत्सव चल रहा है।” वहीं कांग्रेस नेता कुलविंदर सिंह भाटिया ने तो मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग तक कर डाली।
प्रदर्शनकारियों ने पहले से तय इंदिरा चौक की बजाय हरियाणा पंचायती धर्मशाला की ओर रुख कर पुलिस को चकमा देते हुए पुतला दहन किया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन भीड़ की संख्या और गति के आगे चूक हो गई। आगजनी के दौरान मची अफरा-तफरी में एक पुलिसकर्मी और कुछ कार्यकर्ताओं के कपड़े आग की लपटों से छूते-छूते बचे।
हालात ऐसे हो गए जैसे पत्थलगांव की सड़कों पर कोई फिल्मी क्लाइमेक्स चल रहा हो—लेकिन इस बार असली था, रील नहीं। हालांकि झड़पों के बावजूद प्रदर्शन शांतिपूर्ण रूप से समाप्त हुआ और कोई गंभीर घायल नहीं हुआ।
जशपुर में कांग्रेस का ये विरोध प्रदर्शन एक बड़े राजनीतिक संदेश की तरह देखा जा रहा है—जिला भले मुख्यमंत्री का हो, लेकिन जनता अब चुप नहीं बैठने वाली।