पखांजूर। CG NEWS : कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत माचपल्ली के नेताम पारा में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यहाँ की एकमात्र हैंडपंप खराब हो चुकी है और गर्मी की इस भीषण तपिश में ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए दूसरे पारा तक पैदल जाना पड़ रहा है। तेज धूप और जलती सड़कों के बीच पानी के लिए संघर्ष अब रोजमर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है।
गांव में कभी बड़ी उम्मीदों के साथ शुरू की गई “प्रधानमंत्री नलजल योजना” अब दम तोड़ती नजर आ रही है। योजना के तहत बनाई गई पानी टंकी का स्ट्रक्चर तो खड़ा कर दिया गया, लेकिन टंकी ही लगाना ठेकेदार भूल गए। नतीजा – गांव में पानी के लिए बनाई गई संरचना अब सिर्फ एक सजावटी ढांचा बनकर रह गई है।
घर-घर नल कनेक्शन के नाम पर शेड बना दिए गए हैं, लेकिन नलों में एक बूंद पानी नहीं। टूटी हुई टोटियाँ और सूखी पाइपें आज इस योजना की असलियत बयां कर रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही।
गर्मियों की शुरुआत के साथ ही हालात और बिगड़ते जा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार अब भी खामोश हैं। सवाल यह है कि आखिर कब तक ग्रामीणों को पानी के लिए तरसते रहना पड़ेगा? और क्या “हर घर जल” का सपना महज़ एक प्रचार बनकर रह जाएगा?