खराब दिनचर्या, गलत खानपान, तनाव और आलसपन की वजह से कई तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें डायबिटीज और मोटापे से लोग अधिक परेशान हैं। आजकल डायबिटीज और मोटापा आम समस्या बन गई है। इसके लिए लोगों को अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए। जबकि डाइट में फैट युक्त चीज़ों से परहेज करना चाहिए। हालांकि, फैट कई प्रकार के होते हैं। इनमें कुछ अच्छे तो कुछ बुरे फैट होते हैं। विशेषज्ञ का कहना है कि मानव शरीर में पांच प्रकार के फैट होते हैं। इनमें एक ब्राउन फैट है, जिसे गुड फैट भी कहा जाता है। ब्राउन फैट से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। इससे शरीर में गर्मी का उत्सर्जन होता है जो ठंडी के दिनों में लाभदायक होता है। सर्दी के दिनों में ब्राउन फैट हीटर की तरह काम करता है। यह रक्त से चीनी और फैट का अवशोषण कर गर्मी उत्सर्जित करता है। ब्राउन फैट गर्दन, किडनी, स्पाइनल कॉर्ड और हसली में कम मात्रा में पाया जाता है।
इसके अतिरिक्त एक शोध में यह भी खुलासा हुआ है कि ब्राउन फैट डायबिटीज और मोटापे में फायदेमंद होता है। journal Nature में छपी एक शोध के अनुसार, इस प्रकार के फैट डायबिटीज और मोटापा में दवा समान है। इस शोध के परिणाम में बताया गया है कि ब्राउन फैट शरीर की शुद्धिकरण में कारगर है। साथ ही यह रक्त में मौजूद एमिनो एसिड को बाहर करता है। हालांकि, एमिनो एसिड शरीर के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका स्तर बढ़ने से डायबिटीज और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। इस शोध के अनुसार, जिन लोगों के शरीर में ब्राउन फैट की कमी होती है, उनके रक्त से BCAAs निकलने में परेशानी आती है जो कि बाद में डायबिटीज और मोटापे में तब्दील हो जाता है।
शरीर में ब्राउन फैट स्तर को कैसे बढ़ाएं
इम्यून सिस्टम मजबूत करने और ब्राउन फैट के स्तर को बढ़ाने के लिए आप एक्सरसाइज, सेब, सामान्य तापमान का सहारा ले सकते हैं। Disease Models and Mechanisms के अनुसार, एक्सरसाइज करने से irisin एंजाइम निकलता है जो कि ह्वाइट फैट को ब्राउन फैट में बदलता है।
तापमान को सामान्य रखें
शीत वातावरण में रहने से शरीर में ब्राउन फैट अधिक निकलता है। कई शोध में खुलासा हुआ है कि रोजाना 2 घंटे 19 डिग्री सेल्सियस तापमान में रहने से शरीर में ब्राउन फैट बढ़ता है। बार-बार खाएं सेहतमंद रहने के लिए हमेशा नियमित अंतराल पर खाना खाएं। अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ों को जोड़ें। इससे शरीर में ब्राउन फैट बढ़ता है।
रोजाना एक सेब खाएं
रोजाना एक सेब खाने से आप डॉक्टर से दूर रह सकते हैं। साथ ही शरीर में ब्राउन फैट भी बढ़ता है। University of Iowa के अनुसार, सेब के बीज में ursolic acid पाया जाता है, जिससे शरीर में ब्राउन फैट की मात्रा बढ़ती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।