कोलकाता।CG NEWS :पश्चिम बंगाल की राजनीति में उस वक्त एक सुखद मोड़ देखने को मिला जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने 60 वर्ष की उम्र में जीवनसाथी के रूप में रिंकू मजूमदार को अपना हमसफ़र चुना। कोलकाता के न्यूटाउन स्थित आवास पर पारंपरिक बंगाली रीति-रिवाजों के साथ हुए इस विवाह ने सियासी गलियारों से लेकर आमजन तक सभी का ध्यान आकर्षित किया।
करीब 50 वर्षीय रिंकू मजूमदार BJP की समर्पित कार्यकर्ता रही हैं। उन्होंने पार्टी के महिला मोर्चा, ओबीसी मोर्चा और हथकरघा प्रकोष्ठ में उल्लेखनीय योगदान दिया है। एक बेटे की मां रहीं रिंकू और दिलीप घोष के बीच नजदीकियां लंबे समय से राजनीतिक गतिविधियों के दौरान बनीं। सूत्रों के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद रिंकू ने घोष को विवाह का प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने अपनी मां की इच्छा का सम्मान करते हुए स्वीकार किया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक BJP कार्यकर्ता ने लिखा, *“दिलीप घोष जी ने अपनी माताजी की इच्छा पूरी की, जो चाहती थीं कि उनका बेटा शादी करे।”* इस भावुक पहलू ने इस शादी को और भी खास बना दिया।
इस अवसर पर एक और दिलचस्प क्षण तब आया जब तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी दिलीप घोष और रिंकू को विवाह की बधाई दी। बंगाल की सियासत में जहां अक्सर BJP और TMC के बीच तीखा टकराव देखने को मिलता है, वहीं ममता बनर्जी का यह सौहार्दपूर्ण संदेश एक सकारात्मक मिसाल बनकर सामने आया।
BJP के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी इस जोड़े को शुभकामनाएं दीं। एक पोस्ट में लिखा गया, “राजनीति की गलियों से दिल के रिश्ते तक! दिलीप घोष और रिंकू मजूमदार को नई पारी की शुरुआत के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।”
हालांकि, इस प्रेम कहानी को लेकर विपक्षी दलों के कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर तंज भी कसे, और उम्र तथा पार्टी की ‘रिटायरमेंट नीति’ पर कटाक्ष किया।