राजस्थान। Anokhi Shaadi : कोटा शहर में दो जिगरी दोस्तों, अब्दुल रऊफ अंसारी और विश्वजीत चक्रवर्ती ने अपनी 40 साल पुरानी दोस्ती को एक नई ऊंचाई दी। दोनों ने अपने बेटों, यूनुस परवेज अंसारी और सौरभ चक्रवर्ती की शादी एक ही मंडप में कराकर सामाजिक सौहार्द और भाईचारे की अनोखी मिसाल पेश की। इस अनोखे आयोजन ने न केवल कोटा, बल्कि पूरे देश में लोगों का ध्यान खींचा और सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
शादी का अनोखा आयोजन
17 अप्रैल 2025 को यूनुस परवेज अंसारी का निकाह फरहीन अंसारी के साथ हुआ, जबकि अगले दिन 18 अप्रैल को सौरभ चक्रवर्ती ने श्रेष्ठा राय के साथ सनातन रीति-रिवाज से सात फेरे लिए। दोनों समारोह कोटा के चंद्रेसल रोड स्थित एक रिसोर्ट में आयोजित किए गए। खास बात यह रही कि शादी का निमंत्रण पत्र एक ही छपवाया गया, जिसे “उत्सव-ए-शादी” नाम दिया गया। कार्ड में एक तरफ हिंदी और दूसरी तरफ उर्दू में विवाह और निकाह की जानकारी दी गई थी। 19 अप्रैल को दोनों परिवारों ने एक साझा रिसेप्शन, जिसे “दावत-ए-खुशी” नाम दिया गया, आयोजित किया, जहां मेहमानों ने दोनों नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।
दोस्ती की गहरी जड़ें
अब्दुल रऊफ और विश्वजीत की दोस्ती बचपन से शुरू हुई। दोनों पहले पड़ोसी थे, फिर उन्होंने साथ में मकान बनाए और व्यापार भी शुरू किया। उनकी दोस्ती इतनी गहरी है कि वे एक-दूसरे के त्योहारों को धूमधाम से मनाते हैं। इस दोस्ती को उनके बेटों, यूनुस और सौरभ ने भी बखूबी निभाया। जब दोनों की शादी की बात आई, तो परिवारों ने फैसला लिया कि यह खुशी एक साथ मनाई जाएगी। दोनों परिवारों ने एक-दूसरे की शादी की जिम्मेदारियां भी साझा कीं। यूनुस के निकाह और बारात की व्यवस्था विश्वजीत और उनके परिवार ने संभाली, जबकि सौरभ की शादी का दायित्व अब्दुल रऊफ और उनके परिवार ने निभाया।
सामाजिक सौहार्द का संदेश
इस अनोखी शादी ने धर्म और संस्कृति की दीवारों को तोड़कर प्रेम और एकता का संदेश दिया। मेहमानों ने इसे न केवल एक शादी, बल्कि सामाजिक सौहार्द का उत्सव बताया। एक मेहमान ने कहा, “यह शादी दिखाती है कि दिल और इंसानियत एक हो सकते हैं, चाहे धर्म अलग क्यों न हों।” शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, और लोग इसे गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बता रहे हैं।
इस आयोजन की चर्चा कोटा से निकलकर पूरे देश में फैल गई। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे दोस्ती और भाईचारे का प्रतीक बताया। एक यूजर ने लिखा, “यह शादी सिर्फ दो परिवारों की नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा है।” कई लोगों ने इसे देश में एकता और प्रेम का संदेश देने वाला आयोजन करार दिया।
अब्दुल रऊफ और विश्वजीत की दोस्ती ने न केवल उनके परिवारों को जोड़ा, बल्कि समाज को यह दिखाया कि सच्ची दोस्ती और सम्मान किसी भी भेदभाव को मिटा सकता है। कोटा में हुआ यह विवाह समारोह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गया है, जो सिखाता है कि प्रेम और एकता हर धर्म और संस्कृति से ऊपर है।