श्रीनगर/जम्मू। BIG BREAKING : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में आज जम्मू कश्मीर के दोनों हिस्सों (जम्मू और कश्मीर) में बंद की अपील की गई है। इस अपील का व्यापक असर देखा जा रहा है। बंद की अपील करने वालों में कारोबारियों के संगठनों के साथ-साथ मुख्यधारा के राजनीतिक दल भी शामिल हैं।
कश्मीर घाटी में 35 साल में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर बंद देखा जा रहा है। पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने गोली मारकर 27 लोगों की हत्या कर दी थी। मरने वालों में अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले के बाद से कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
बंद का है व्यापक असर
श्रीनगर में अधिकतर स्कूल-कॉलेजों के साथ-साथ दुकानें और दूसरे व्यापारिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद रहे। अधिकारियों ने बताया कि केवल जरूरी वस्तुओं की दुकानें ही खुलीं। कुछ सरकारी स्कूल भी खुले रहे। सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन के वाहन भी कम ही नजर आ रहे हैं, लेकिन निजी वाहन सामान्य रूप से चल रहे। बंद का असर घाटी के जिला मुख्यालयों पर भी देखा गया। उधर, जम्मू में एहतियात के तौर पर संवेदनशील इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है।
किन दलों ने की है जम्मू कश्मीर बंद की अपील
पहलगाम हमले के विरोध में बंद की अपील करने वालों में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अपनी पार्टी भी शामिल हैं। वहीं जम्मू में कांग्रेस, जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जम्मू बार एसोसिएशन, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल ने जम्मू बंद की अपील की है। मुत्ताहिदा मजलिस उलेमा (एमएमयू) और जम्मू-कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती नासिर-उल-इस्लाम जैसे धार्मिक संगठनों ने बंद की अपील की है।
पीडीपी विधायक वहीद पारा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में महबूबा मुफ्ती ने पूरे कश्मीर बंद का आह्वान किया है। निर्दोष लोगों के नरसंहार के खिलाफ एकजुट होने का समय आ गया है।” उन्होंने जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और जम्मू बार एसोसिएशन की हड़ताल की अपील का समर्थन करते हुए मुफ्ती की पोस्ट साझा की है। महबूबा ने अपनी पोस्ट में कहा, ”चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के विरोध में पूर्ण बंद का आह्वान किया है। मैं सभी कश्मीरियों से अपील करती हूं कि वे पहलगाम में हुए हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में इस बंद का समर्थन करने के लिए एकजुट हों।”