बिलासपुर। CG NEWS : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के खम्हारडीह स्थित श्रीचक्र महामेरू पीठम् आश्रम में बुधवार 23 अप्रैल को एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन संपन्न हुआ। स्वामी विशोकानंद भारती जी महाराज एवं स्वामी चक्रपाणि जी महाराज के पावन सान्निध्य में मां भगवती राजराजेश्वरी के दिव्य मंदिर के राजगोपुरम के भूमि पूजन का भव्य अनुष्ठान किया गया।
भूमि पूजन के पश्चात सनातन सभा का आयोजन हुआ। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी श्री चक्रपाणि जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि देश की रक्षा के लिए हिंदुओं को एकजुट रहने और सबल बनने की आवश्यकता है। वहीं निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद जी महाराज ने कहा कि इस संसार में केवल और केवल सनातन धर्म ही है और दूसरा कोई धर्म इस चराचर जगत में नहीं है। इन प्रमुख संतों ने खम्हारडीह स्थित महामेरू पीठ को दिव्य तीर्थ बताते हुए कहा कि इस पवित्र स्थल पर आने का आमंत्रण सौभाग्यशाली लोगों को ही मिलता है, जिसके सहभागी यहाँ उपस्थित श्रद्धालु जन हैं।
श्रीचक्र महामेरू पीठम् आश्रम प्रमुख पं. कौशल किशोर दुबे से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह आश्रम परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार और पवित्र हवन के साथ भूमि पूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्री चक्र महामेरु पीठाधिपति श्री सच्चिदानंद तीर्थ जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मां भगवती राजराजेश्वरी की कृपा से यह मंदिर भक्तों के लिए आध्यात्मिक शक्ति और शांति का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा, “कलयुग में सत्संग और धर्म चर्चा ही मनुष्य को सही मार्ग दिखाती है। यह मंदिर न केवल भक्ति का केंद्र होगा, बल्कि समाज में सकारात्मकता और एकता का संदेश भी देगा।”
सत्संग में सनातन धर्म के महत्व, गुरु-शिष्य परंपरा, और मां भगवती की महिमा पर गहन विचार-विमर्श हुआ। स्वामी जी ने भक्तों को जीवन में सात्विकता, संयम और सेवा के महत्व को अपनाने का संदेश दिया। इस अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने उपस्थित होकर गुरु के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त किया।