बिलासपुर। CG: जिले ने मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी पर नियंत्रण पाने की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। वर्ष 2025 के जनवरी महीने से लेकर अब तक जिले में मलेरिया का एक भी मरीज सामने नहीं आया है। यह जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
सिम्स और जिला अस्पताल में नियमित रूप से मलेरिया की जांच हो रही है, लेकिन सभी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। कभी हर साल चार से पांच हजार मरीजों वाले जिले में मलेरिया के मामलों में यह गिरावट चौंकाने वाली है। वर्ष 2019 के बाद से ही मलेरिया के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है। 2020 में केवल 60 मरीज, 2021 में 61, 2022 में 39, 2023 में 25 और 2024 में यह आंकड़ा 150 पर पहुंचा, लेकिन 2025 में अब तक एक भी मामला नहीं मिला है।
सीएमएचओ डॉ विनोद तिवारी ने कहा कि, विश्व मलेरिया दिवस (25 अप्रैल) के मौके पर यह आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि जिले में मलेरिया उन्मूलन के लिए गंभीर प्रयास किए गए हैं। मादा एनाफिलीज मच्छरों की रोकथाम, मच्छरदानियों का वितरण, दवाओं की उपलब्धता और जनजागरूकता अभियानों ने मिलकर यह बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक दशक पहले तक जहां हजारों लोग मलेरिया की चपेट में आते थे और सैकड़ों की जान चली जाती थी, वहीं अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। फिलहाल पिछले 6 माह के अंदर एक भी मरीज नहीं पाया गया है।