BREAKING : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों (PCCs) को निर्देशित किया है कि वे जातिगत जनगणना के मुद्दे को सुनियोजित ढंग से उठाएं।
इस संबंध में पार्टी महासचिव (संगठन) और सांसद केसी वेणुगोपाल ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें जमीनी स्तर से लेकर सोशल मीडिया तक की विस्तृत कार्ययोजना साझा की गई है। सर्कुलर में बताया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातिगत जनगणना की मांग को दोहराया है। राहुल गांधी ने भी बार-बार इस मुद्दे पर अपनी दृढ़ और मुखर राय रखते हुए इसे सामाजिक न्याय के लिए आवश्यक बताया है।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) में पारित प्रस्ताव की जानकारी सभी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं को दी गई है। साथ ही, निर्देश दिया गया है कि ‘संविधान बचाओ रैली’ में जातिगत जनगणना को प्रमुख मुद्दे के रूप में प्रस्तुत किया जाए। संविधान के अनुच्छेद 15(5) पर विशेष ज़ोर देने को भी कहा गया है, हालांकि सर्कुलर में आरक्षण की सीमा को 50% से आगे बढ़ाने पर कोई उल्लेख नहीं है।
सभी PCCs से कहा गया है कि वे राज्य और जिला स्तर पर निगरानी समितियाँ और पर्यवेक्षक नियुक्त करें। इसके तहत 30 मई तक हर विधानसभा क्षेत्र में चौपालें, रैलियां और घर-घर संपर्क अभियान चलाए जाएंगे। इन अभियानों में सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, वकीलों, दुकानदारों और स्वयं सहायता समूह (SHG) सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
इस अभियान का उद्देश्य कांग्रेस की भूमिका और राहुल गांधी के नेतृत्व को आम जनता तक पहुँचाना और साथ ही भाजपा की जातिगत जनगणना विरोधी नीतियों को उजागर करना है।