जांजगीर-चांपा। CG NEWS : जांजगीर-चांपा जिले में सुशासन तिहार के अंतिम चरण की शुरुआत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आकस्मिक निरीक्षण के साथ हुई। मुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी और सांसद कमलेश जांगड़े ने चार करोड़ की लागत से नवनिर्मित जांजगीर तहसील भवन का लोकार्पण किया। इसके पश्चात जिला पंचायत सभा कक्ष में जांजगीर, कोरबा और सक्ती जिलों में संचालित शासकीय योजनाओं और कार्यों की गहन समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने “संवाद से समाधान” कार्यक्रम की सफलता पर संतोष जताते हुए कहा कि इससे प्रशासन और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित हुआ है। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री ने सक्ती जिले के करी गांव में आयोजित शिविर का आकस्मिक निरीक्षण किया। ग्रामीणों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्होंने आदेश दिया कि सप्ताह में एक दिन पटवारी गांव में उपस्थित रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन तिहार को तीन चरणों में विभाजित किया गया है। पहले चरण में करीब 40 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे, दूसरे चरण में अधिकारियों ने उनका निराकरण किया और अब तीसरे चरण में सरकार सीधे जनता के बीच पहुंचकर दावों की सत्यता जांच रही है। जांजगीर, कोरबा और सक्ती जिलों से इसकी शुरुआत की गई है, जो आगे पूरे प्रदेश में चलेगी।
सीएम साय ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर पीएम आवास योजना को रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब राज्य और केंद्र की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेंगी। उन्होंने चेतावनी दी कि पीएम आवास योजना में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि महतारी वंदन योजना का लाभ अब अधिक महिलाओं को दिया जा रहा है और जो लाभार्थी छूट गए हैं, उन्हें भी जल्द योजना से जोड़ा जाएगा।
इस मौके पर सीएम ने जांजगीर जिले को एक ऐतिहासिक सौगात दी। आजादी से पहले से संचालित हो रहे पुराने और जर्जर तहसील कार्यालय के स्थान पर अब 142 साल बाद 4 करोड़ रुपए की लागत से बने नए भवन का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने इसे जिले के विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया।