रायपुर।CG Weather :छत्तीसगढ़ में मौसम की करवट लगातार जारी है। मई जैसी गर्मी के बावजूद प्रदेश में बारिश और आंधी-तूफान की गतिविधियां थम नहीं रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है, हालांकि उमस बढ़ने की आशंका भी बनी हुई है।
राजधानी रायपुर समेत कई इलाकों में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इसके चलते तापमान में थोड़ी गिरावट तो आई, लेकिन नमी बढ़ने से उमस का असर महसूस किया गया। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों में बारिश, आंधी और मेघगर्जन की संभावना जताई है।
पिछले 24 घंटों में रायपुर में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश में सर्वाधिक था। वहीं, न्यूनतम तापमान अंबिकापुर में 25.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
सक्रिय मौसम प्रणालियां
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार, वर्तमान में कई मौसमी प्रणालियां सक्रिय हैं:
-एक पश्चिमी विक्षोभ 73° पूर्व और 32° उत्तर में स्थित है।
-एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार क्षेत्र में 0.9 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है।
-एक द्रोणिका दक्षिण उड़ीसा से होकर छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है।
-एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका पश्चिमी विदर्भ से केरल तक 1.5 किमी की ऊंचाई तक विस्तारित है।
इन्हीं प्रणालियों के चलते प्रदेश में बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं की गतिविधियां देखी जा रही हैं।
मौसम विभाग के अलर्ट
मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
ऑरेंज अलर्ट (तेज बारिश और हवाओं की चेतावनी):
सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोण्डागांव, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, जशपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम और मुंगेली।
येलो अलर्ट (हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की संभावना):
रायपुर, बलौदा बाजार, महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, कांकेर, कोरबा, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर समेत कई जिले।
इन क्षेत्रों में 30–60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और वज्रपात की संभावना जताई गई है। नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
रायपुर में आज का मौसम
राजधानी रायपुर में मंगलवार को आकाश आंशिक रूप से मेघमय रहेगा। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।
मौसम की यह स्थिति खेती-किसानी से लेकर जनजीवन तक प्रभाव डाल सकती है, इसलिए मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों को गंभीरता से लेना आवश्यक है।