कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू ने कहा है कि उनकी सियासी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं बल्कि सिस्टम से है। इस सिस्टम ने पंजाब को 25 वर्ष पीछे धकेल दिया है। सिद्धू सोमवार को अमृतसर में अपने विधानसभा क्षेत्र के पार्षद हरपाल के घर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नए कृषि कानून लागू कर किसानों के अस्तित्व पर हमला कर दिया है।
केंद्र सरकार पंजाब से टैक्स की उगाही कर नहीं लौटा रही है। किसानों को अनुदान नहीं जारी किया है। केंद्र सरकार पंजाबियों को मिटा नहीं सकती। सिद्धू ने कहा की केंद्र सरकार किसानों की मेहनत की कमाई छीनकर व्यावासयिक घरानों की जेब में डालने के लिए कृषि कानून लागू कर रही है।
किसानों की लड़ाई को आगे लेकर जाना है। पंजाब को गुमराह नहीं होने दिया जाएगा। फैसला पंजाब के लोग करेंगे कि इस सिस्टम को बदलने के लिए वह किस पार्टी को सत्ता की चाबी सौंपते हैं। सिद्धू ने ‘जित्तेगा पंजाब’ यूट्यूब चैनल में किसानों के समर्थन में एक वीडियो भी जारी करने का वादा किया।
सिद्धू से जब वहां उपस्थित एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा कि बिगड़ा हुआ सिस्टम तब ठीक होगा, जब वह प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। इस पर सिद्धू ने हाथ जोड़ते हुए कहा लोग बहुत सी बातें करते है। उन्होंने कभी किसी को नहीं रोका। जब तक कोई भी राजनेता यह सोचता रहेगा कि उसे कुर्सी चाहिए, तब तक पंजाब का भला नहीं होगा। इसका फैसला लोग करेंगे।
कार्यकर्ता ने फिर कहा कि लोगों ने यह फैसला कर लिया है। नवजोत सिद्धू ने फिर कहा कि वर्तमान दौर में पंजाब को एक ब्लूप्रिंट व एजेंडे की दरकार है। इस कठिन दौर से पंजाबियों को निकालेगा कौन। खुद ही इसका जवाब देते हुए कहा कि वही पंजाबियों को इस कठिन दौर से निकालेगा, जो रास्ता दिखाने की क्षमता रखता होगा।