सैयद फ़ारूख़ अली/सुकमा। CG NEWS : जिला सुकमा में एसपी किरण चव्हाण एवं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय 1 महिला सहित 18 नक्सलियों के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, सुरेश सिंह पायल, द्वितीय कमान अधिकारी डीआईजी ऑफिस सुकमा, पुरूषोत्तम कुमार द्वितीय कमान अधिकारी 80 वाहिनी सीआरपीएफ जगदलपुर, अनुराग राज, द्वितीय कमान अधिकारी 219 वहिनी सीआरपीएफ, अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा , अमरजीत गुप्ता, उप कमांडेंट डीआईंजी ऑफिस जगदलपुर, एवम् निरी.सुरेंद्र सरकी , कोबरा 203 वाहिनी, निरीक्षक अजित सिंह 212 वहिनी सीआरपीएफ के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन के नये पुनर्वास नीति ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति -2025 ’’ के तहत् प्रत्येक को 50-50 हजार रूपये के मान से प्रोत्साहन राशि एवं अन्य सुविधायें प्रदान करायें जायेंगे।
ज्ञात हो लगातार नक्सलियों पर बढ़ते दबाव एवं बसवा राजू के मारे जाने के बाद से बचे हुए नक्सली अब आतंक के साये को छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं ।