रायपुर। नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग से मीडिया प्रतिनिधियों को राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों, अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के लाने की व्यवस्था तथा राज्य के श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी सक्षमता से काम कर रही है। छत्तीसगढ़ राज्य, कोरोना संक्रमण के रोकथाम के मामले में देश का माडल राज्य बनकर उभरा है। संकट की इस चुनौतीपूर्ण घड़ी में गरीबों, ग्रामीणों एवं शहर के जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
प्रदेश में शराब की दुकाने खोलने पर मंत्री डॉ. शिव डहरिया बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों का पालन हो रहा हैं हमारे प्रदेश में शराब दुकानों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है। आगे उन्होंने कहा कि राज्य की दस हजार ग्राम पंचायतों में वृहद पैमाने पर मनरेगा के कार्य संचालित किय जा रहे हैं। इसके जरिये राज्य में 20 लाख लोगों को प्रतिदिन रोजगार मिल रहा है। शहरी क्षेत्रो में भी निर्माण का कार्य फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन सुनिश्चित करते हुए कराये जा रहे हैं। लॅाकडाउन में बंद पड़े लगभग 6 हजार छोटे-बड़े कारखानों को चालू करा दिया गया है, जिससे स्थानीय श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध होने लगा है। उन्होंने कहा कि लाकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ में फंसे अन्य राज्यो के श्रमिकों के भोजन, आवास एवं स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था राज्य सरकार ने की है। देश के अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के लगभग सवा लाख श्रमिकों को उन राज्यों में राशन, आवास एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार ने संबंधित राज्यों के अधिकारियों से समन्वय कर की है।
डॉ. शिवकुमार डहरिया ने पत्रकारों के सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि अन्य राज्यो में फंसे हुए श्रमिकों को लाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था के लिए रेलवे से बात-चीत हुई है। ट्रेन उपलब्ध होते ही श्रमिकों को उन राज्यो से छत्तीसगढ़ लाया जायेगा। इसकी पूरी व्यवस्था सरकार करेगी. डॉ. डहरिया ने कहा कि राज्य में वापस आने वाले सभी श्रमिकों को 14 दिन क्वारेंटीन किये जाने की व्यवस्था भी सरकार ने की है।
मंत्री डॉ. डहरिया ने रायपुर शहर में पीलिया की संक्रमण की रोकथाम के संबंध में भी उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जबाब दिया। उन्होंने कहा कि रायपुर शहर में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए 80 एम.एल.डी. क्षमता का नया वाटर फिल्टर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। पांच वर्ष पूर्व ही रायपुर शहर की कालातीत हो चुकी 60 कि.मी. पाईप लाईन में लिकेज होने कीे वजह से शहर के कुछ इलाकों में पीलिया का प्रकोप हुआ है। इस पाईप लाईन को बदलने का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। अब तक 45 कि.मी.तक पाईप लाईन बदल दी गई है। शेष कार्य को भी युद्ध स्तर पर पूरा कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल आपूर्ति के लिए रायपुर शहर में पांच उच्चस्तरीय जल टंकी का निर्माण कराया जा रहा है।
डॉ. डहरिया ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 27 करोड़ रुपये दिये गये है। श्रम विभाग द्वारा बड़े जिलो को 20-20 लाख रुपये छोटे जिलो को 10-10 लाख रुपये राहत शिविरों के संचालन एवं लाकडउन की वजह से फंसे श्रमिकों की मदद के लिये दिये गये है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सजगता एवं त्वरित निर्णय से छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना का फैलाव अन्य राज्यों की तुलना में कम हुआ है।