फिंगेश्वर। CG : गरियाबंद के फिंगेश्वर जनपद के बिजली पंचायत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल रमेन डेका ने इसे विधिवत गोद लिया। जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में आयोजित एक सादे मगर गरिमामय समारोह में गोद लेने की प्रक्रिया पूरी की गई। इस अवसर पर राज्यपाल ने गांव के सर्वांगीण विकास की प्रतिबद्धता दोहराई।
महामहिम राज्यपाल ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा,
“बिजली पंचायत अब राजभवन की सीधी निगरानी में होगी। यहां राज्य और केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक ग्रामीण के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।”
योजनाओं का समन्वित कार्यान्वयन
राज्यपाल ने बताया कि गांव के आर्थिक विकास के लिए कृषि उपजों के बाजार तक पहुंच, कौशल विकास कार्यक्रमों, और स्व-रोजगार की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फ्लैगशिप योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत, और शिक्षा योजनाओं का कार्यान्वयन तेजी से और पारदर्शिता के साथ किया जाए।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण
समारोह को यादगार बनाते हुए महामहिम राज्यपाल ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण किया। उन्होंने ग्रामीणों से जल संरक्षण, पर्यावरण संवर्धन और स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की अपील की।
अफसरों के साथ समीक्षा बैठक
इस अवसर पर राज्यपाल ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली पंचायत में योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
गांव में खुशी की लहर
राज्यपाल द्वारा गांव को गोद लेने की घोषणा से ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया। ग्रामीणों ने इसे “गांव के विकास की नई सुबह” बताया और उम्मीद जताई कि अब बिजली पंचायत मॉडल ग्राम के रूप में उभरेगा।