पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन आज भारत की जरूरत है। देश में हर कुछ महीने में कहीं ना कहीं चुनाव हो रहे होते हैं, ऐसे में इसपर मंथन शुरू होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें पूरी तरह से डिजिटलकरण की ओर बढ़ना चाहिए और कागज के इस्तेमाल को बंद करना चाहिए। आजादी के 75 साल को देखते हुए हमें खुद टारगेट तय करने की आवश्यकता है, ताकी देश को विकासशील से विकसित गणराज्य की तरफ ले जाया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर नागरिक को संविधान को समझना चाहिए और उसके हिसाब से चलना चाहिए। लोगों को अपने संविधान को समझने पर बल देना चाहिए। विधानसभा की चर्चाओं के दौरान जनभागेदारी कैसे बढ़े, इसपर विचार करना चाहिए। जब सदन में किसी विशेष विषय पर चर्चा हो तो उनसे जुड़े लोगों को बुलाना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि हर साल होने वाले चुनाव की वजह से पूरा देश प्रभावित होता है, इसके साथ ही इन पर अनावश्यक धनराशि खर्च करना पड़ता है, जिसका उपयोग देश के उत्थान और सुरक्षा के लिए किया जा सकता है। यह एक ऐसा मसला है, जिस पर राजनीति की जगह सजगता का परिचय देकर अपनी बातों को और जरूरी सलाह देने की अपेक्षा की जाती है।