आरंग। ARANG : रायपुर के आरंग विकास खंड के ग्राम पंचायत चपरीद में कोटवार के मनमानी का मामला सामने आया है, ग्रामीणों के अनुसार, कोटवार राजकुमार मानिकपुरी ने खेत जाने के वाले आर्डर कोष धरसा मिट्टी सड़क और सांसद निधि से बने सीसी रोड को ही उखाड़ कर अपने खेत में मिला लिया। जिससे ग्रामीण उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहें हैं, लेकिन अधिकारियों व नेताओं के ऑफिसो का चक्कर काटते तीन माह हो गये और अभी तक ग्रामीणों को मांग पूरी नहीं हो पायी है।
ग्रामीणों ने बताया कि, चपरीद कोटवार राजकुमार मानिकपुरी ने खेत जाने के वाले आर्डर कोष धरसा मिट्टी सड़क और सांसद निधि से बने सीसी रोड को ही उखाड़ कर अपने खेत में मिला लिया। जेसीबी ट्रैक्टर के माध्यम से उखाड़ते समय ग्रामीण प्रमुखों द्वारा रोके जाने पर दबंगई करने लगा और बोला जहां जाना है जिसके पास जाना है जाओं मै सब निपट लूंगा।
ज्ञात हो कि चपरीद कोटवार राजकुमार मानिकपुरी को जीवन यापन के लिए 10 एकड़ भूमि दिया गया था जो भूमि आबंटन से पहले ही किसानों को खार तक जाने के लिए धरसा रास्ता व माइनर नाली था। पंचायत चुनाव में लगे आचार संहिता के दौरान कोई कुछ नही करेगा के नियत से उसने यह बलपूर्वक कार्य किया।
अधिकारी केवल कार्यवाही का दे रहें आश्वासन
खरीफ फसल बोने से पहले किसानों के लिए रास्ता फिर से बन जाये और इस कोटवार को हटा के दूसरे कोटवार की नियुक्ति के लिए पंचायत चुनाव और आचार संहिता ख़त्म होने के बाद से ही ग्राम पंचायत चपरीद के सरपंच, पंचगण और ग्राम सभा के पदाधिकारी व ग्रामीणों ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब, कलेक्टर गौरव सिंह, एसडीम शर्मा, तहसीलदार सीता शुक्ला, नायब तहसीलदार गजानंद सिदार के पास कई बार शिकायत लेकर गये। लेकिन ग्रामीणों की मांग की अवहेलना करते हुए केवल कार्यवाही का आश्वासन दिया जा रहा है।
कोटवार को हटाने सुशासन तिहार में मिले थे 35 आवेदन
आपको बता दें कि सुशासन तिहार में कोटवार को हटाने के लिए 35 लोगों ने आवेदन दिया था। उपतहसील समोदा मे शिकायत दर्ज कर प्रकरण चलाया जा रहा है जिसमें कार्यवाही के नाम मे कोटवार को केवल निलंबित किया गया। जिससे ग्रामीण किसान आक्रोशित है। कोटवारी भूमि विवादित है इसलिए खरीफ फ़सल बोने में भी रोक लगाने ग्रामीणों ने अनुरोध किया था जिसमे कोई भी कार्यवाही नही किया गया। ग्रामीणों ने अधिकारियों और कोटवार की मिलीभगत का भी आरोप लगाया और मांग पूरी नहीं होने पर चपरीद वासी चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन करने की बात कह रहें है।
ग्रामीणजन कोटवार पर कई अन्य आरोप भी लगा रहें है जिसमें ग्राम नौकर भूमि को अपने निजी भूमि के रूप में रजिस्ट्री करने व अवैध रूप से शासकीय भूमि को अपने नाम कर समोदा बैराज में डूबान का मुआवजा प्राप्त किया जाना। गांव में मुनादी नही करना, ग्राम सभा की बात नहीं मानना।
ग्रामीण आक्रोशित
कोटवार राजकुमार मानिकपुरी की इसी दबंगपूर्वक व्यवहार को देखते हुए ग्राम पंचायत चपरीद व ग्राम सभा चपरीद ने सर्वसम्मति से कोटवार राजकुमार मानिकपुरी को बर्खास्त करा के नए कोटवार की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। पूरे गांव भर के किसानों को इस कोटवार के कारण खेती किसानी में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी बर्खास्तगी की कार्यवाही नही होने से ग्रामीण काफी आक्रोशित है।