- कांकेर: भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों के साथ किये जा रहे छल कपट पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की भुपेश बघेल की सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है । किसानों का धान खेत और कोठार मे पड़े-पड़े सुख रहा है किंतु प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा 1 दिसम्बर से धान खरीदी के निर्णय से सरकार बनाने वाले किसान ठगा सा महसूस कर रहे है । लाटिया ने आगे कहा कि प्रदेश में धान खरीदी शुरू हुई नही है और कांग्रेस सरकार बारदाने की कमी का अभी से बहाना बना रही है । प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने से पहले पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा 1 नवम्बर से धान खरीदी की जाती थी परंतु किसानों का कर्जा माफ करने और किसानों से एक एक दाना धान खरीदने का वादा कर सत्ता में आई में कांग्रेस सरकार किसानों का धान कम से कम खरीदना पड़े उसका पूरा इंतेजाम कर रही है। सरकार द्वारा 1 दिसम्बर से धान खरीदी के निर्णय से किसान न तो ढंग से दीपावली मना पाए और न ही दिसम्बर से पहले परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम जैसे आयोजन कर सकते है ।
लाटिया ने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हूए कहा कि सरकार पहले ही गिरदावरी रिपोर्ट के नाम पर किसानों का रकबा कम कर चुकी है और अब किसानों का धान खेत व कोठार में पड़े-पड़े सुख रहा है । उन्होंने कहा कि भुपेश बघेल सरकार जान बूझ कर बारदाना की कमी का बहाना बनाकर किसानों का धान 1 दिसम्बर से खरीदने की व्यवस्था बनाई है ताकि जरूरतमंद किसान मजबूरी में खुले बाजार में अपना धान बेच दें और सरकार को कम से कम धान खरीदना पड़े क्योकि कांग्रेस सरकार 2500 रु प्रति क्विंटल खरीदने का वादा कर फंस गई है ।यदि बारदाना की कमी है तो फिर सरकार 1 दिसंबर से धान कैसे खरीद रही है सच्चाई तो यह है कि सरकार के पास किसानों का धान खरीदने के लिये पैसा ही नही है । मात्र 2 वर्ष में ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार हजारो करोड़ का कर्जा ले चुकी है ।
लाटिया ने सरकार से मांग की है कि आगामी सत्र से किसानों के धान खरीदी की व्यवस्था पुनः 1 नवम्बर से चालू की जाए और किसानों के धान का बोनस किस्तों के बजाय एक ही बार मे दिया जाय।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों के साथ सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है ।
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