रवि विदानी। Mahasamund : महासमुंद जिले का बहुचर्चित नगर पंचायत तुमगांव अपने कारनामों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है। चुनाव को कुछ महीने ही बीते हैं नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों के बीच खींचतान शुरू हो गई है। मामला नगर पंचायत से निकल कर कलेक्टर दरबार तक पहुंच चुका है।
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हम आपको बता दें कि तुमगांव नगर पंचायत के 14 पार्षदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष, सब इंजीनियर और मुख्य नगर पंचायत अधिकारी के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत कर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया हैं। कलेक्टर कार्यालय शिकायत करने पहुंचे पार्षदों का कहना है कि नगर पंचायत अध्यक्ष नगर विकास में होने वाले सभी कार्यों में अपनी मनमानी कर गुणवत्ता हीन कार्य करा रहे है जिसमें नगर पंचायत के सीएमओ एवं सब इंजीनियर भी संलिप्त है। पार्षदों को किसी भी कार्यों की जानकारी एवं निरीक्षण के लिए मना किया जा रहा है।
मामला नगर पंचायत तुमगांव में कराए जा रहे कार्य सीसी रोड निर्माण एवं रामसागर तालाब के गहरीकरण सौंदर्यीकरण का है। रामसागर तालाब के गहरीकरण एवं सौंदर्यीकरण के लगभग 76 लाख रुपए की राशि आई थी जिसका टेंडर प्रक्रिया भी पूरा हो चुका था। ठेकेदार की लापरवाही के चलते कार्य शुरू ही नहीं कराया गया, जिसके बाद नगर पंचायत प्रशासन द्वारा ठेकेदार को 3 बार नोटिस भी दिया गया और कार्य की समय अवधि भी खत्म हो गई है। अब नए नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा तालाब गहरीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य को बारिश के दिनों में कराया जा रहा जबकि तालाब में पहले से ही पानी भरा हुआ है।
पार्षदों का आरोप निराधार है – अध्यक्ष बलराम कांत साहू
मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष बलराम कांत साहू का कहना है कि पार्षदों का आरोप निराधार है, जिले के कलेक्टर स्वयं आकर जांच कर ले। यह मामला जनहित का है। भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में सभी काम अधूरे रह गए थे। रामसागर तालाब को ग्राम के बुजुर्गों के साथ बातचीत कर सभी नगर पंचायत के जनता की सलाह से जनहित में ही काम किया जा रहा है। मैं सभी जांच के लिए तैयार हूं। मैने रामसागर तालाब का काम गांव में मुनादी कराकर शुरुआत की है। मेरे सभी काम में पूरी तरह से पारदर्शिता होगी।
सुनिए पार्षदों ने क्या कहा –