गरियाबंद। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के स्थापना दिवस के अवसर पर गरियाबंद जिले में पदस्थ उप निरीक्षक गुनेश्वरी नरेटी को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
दिनांक 17 जून 2025 को आयोजित कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उप निरीक्षक गुनेश्वरी नरेटी को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत दर्ज दो मामलों में त्वरित एवं प्रभावी विवेचना कर आरोपियों को 20-20 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए दिया गया।
गुनेश्वरी नरेटी के इस सराहनीय कार्य ने न सिर्फ न्याय की रक्षा की बल्कि बाल अधिकारों की सुरक्षा के प्रति उनके कर्तव्यनिष्ठा को भी दर्शाया। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने उप निरीक्षक के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, “ऐसे अधिकारियों का कार्य अन्य पुलिसकर्मियों और समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। राज्य सरकार बाल अधिकारों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।”
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग बच्चों के अधिकारों की रक्षा और संवर्धन हेतु निरंतर कार्य कर रहा है और इस दिशा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले अधिकारियों को समय-समय पर सम्मानित करता रहा है।