खराब गेंदबाजी, लचर क्षेत्ररक्षण और कप्तान विराट कोहली समेत स्टार बल्लेबाजों के नाकाम रहने के कारण भारत को शुक्रवार को पहले एक दिवसीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 66 रन से हराया। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान आरोन फिंच और स्टीव स्मिथ के शतकों के बाद एडम जंपा और जोश हेजलवुड ने शानदार गेंदबाजी करके भारत पर पूरे मैच में दबाव बनाए रखा। भारत की ओर से हार्दिक पांड्या ने 90 रन का योगदान दिया।
कोरोना महामारी के बीच दर्शकों की स्टेडियम में वापसी वाले इस मैच में भारत को एक अतिरिक्त गेंदबाज की कमी महसूस हुई। हार के बाद हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक ने कहा कि वह तभी गेंदबाजी करेंगे जब समय सही होगा और साथ ही उन्होंने टीम से बहु प्रतिभा वाले अन्य खिलाड़ियों को तराशने का आग्रह किया।
पांड्या पीठ की सर्जरी के बाद अभी तक गेंदबाजी का भार संभालने के लिए तैयार नहीं है, जिससे टीम का संतुलन प्रभावित हो रहा है और यह बात खुद कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार की। हार्दिक ने मैच में 66 रन की हार के दौरान 76 गेंद में 90 रन की पारी खेली। उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मैं अपनी गेंदबाजी पर काम कर रहा हूं। मैं गेंदबाजी करूंगा, जब सही समय होगा।’
मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने सपाट पिच पर 6/374 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम आठ विकेट पर 308 रन ही बना सकी। इस ऑलराउंडर ने नेट पर गेंदबाजी करना शुरू कर दिया है। पांड्या ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जब वह मैच की परिस्थितियों में गेंदबाजी करना शुरू करें तो वह बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जरूरी रफ्तार हासिल कर पाए।