रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड। BREAKING: बद्रीनाथ हाईवे पर 26 जून 2025 को एक 18-सीटर ट्रैवलर बस नियंत्रण खो बैठी और गholtír (घोलथिर) के पास उफनती अलकनंदा नदी में जा गिरी। इस भीषण हादसे में अब तक 1 यात्री की मौत हुई, लगभग 7 लोग घायल हैं और सात से दस लोग लापता बताए जा रहे हैं। 
राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर
उक्त घटना के बाद SDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
गढ़वाल डिवीजनल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने कहा:
“SDRF, पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।” 
इसके साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि “राज्य सरकार हर संभव मदद में जुटी है।” 
हादसे के कारणों पर उठ रहे सवाल
पुलिस और प्रशासन का कहना है कि यह वाहन एक तीव्र मोड़ पर अनियंत्रित होकर सड़क से फिसल गया, और लगभग 7–10 मीटर नीचे नदी में जा गिरा ।
यह मार्ग चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिए जाना–पहचाना रास्ता है, जहां पहाड़ी और खतरनाक मोड़ अक्सर हादसों का कारण बनते हैं।
रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड। BREAKING: बद्रीनाथ हाईवे पर 26 जून 2025 को एक 18-सीटर ट्रैवलर बस नियंत्रण खो बैठी और गholtír (घोलथिर) के पास उफनती अलकनंदा नदी में जा गिरी। इस भीषण हादसे में अब तक 1 यात्री की मौत हुई, लगभग 7 लोग घायल हैं और सात से दस लोग लापता बताए जा रहे हैं। 
राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर
उक्त घटना के बाद SDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
गढ़वाल डिवीजनल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने कहा:
“SDRF, पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।” 
इसके साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि “राज्य सरकार हर संभव मदद में जुटी है।” 
हादसे के कारणों पर उठ रहे सवाल
पुलिस और प्रशासन का कहना है कि यह वाहन एक तीव्र मोड़ पर अनियंत्रित होकर सड़क से फिसल गया, और लगभग 7–10 मीटर नीचे नदी में जा गिरा ।
यह मार्ग चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिए जाना–पहचाना रास्ता है, जहां पहाड़ी और खतरनाक मोड़ अक्सर हादसों का कारण बनते हैं।
प्रशासन की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
•SDRF, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को राहत कार्य का पूरा कार्यभार सौंपा गया है।
•मुख्यमंत्री घटनास्थल पर निगरानी बनाए हुए हैं।
•सड़कों को मापदंडों के अनुरूप सुधारने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए नई पहल शुरू करने की घोषणा की गई है।
•SDRF, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को राहत कार्य का पूरा कार्यभार सौंपा गया है।
•मुख्यमंत्री घटनास्थल पर निगरानी बनाए हुए हैं।
•सड़कों को मापदंडों के अनुरूप सुधारने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए नई पहल शुरू करने की घोषणा की गई है।