गरियाबंद । CG NEWS: राजिम से इस वक्त की सबसे सनसनीखेज खबर आ रही है – जहां एक मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों पर खून के तिलक लगाए जाने से पूरे गांव में डर, सन्नाटा और अंधविश्वास का माहौल फैल गया।
मामला ग्राम देवरी (स्कूलपारा) स्थित एक प्राचीन मंदिर का है, जहां सुबह पूजा करने पहुंचे ग्रामीणों ने देखा कि मूर्तियों के माथे पर खून सना हुआ था। यह नजारा देखकर गांव में हड़कंप मच गया।
खुला राज – खून लगाओ, देवी खुश होंगी!
राजिम पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू की। संदिग्धों की पहचान होते ही गांव के दो युवकों – लीला राम साहू और कामता प्रसाद साहू को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में जो सामने आया, वह और भी चौंकाने वाला था।
दोनों आरोपियों ने कबूला कि देवी-देवताओं को खून चढ़ाने से गांव में सुख-समृद्धि आती है, और यही सोचकर उन्होंने मूर्तियों को रक्त तिलक लगाया।
अब अंधविश्वास पड़ेगा भारी – FIR दर्ज, कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 298 (धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास) और बीएनएस की धारा 3(5) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
थाना राजिम की टीम ने मामले को पूरी संवेदनशीलता से हैंडल करते हुए गांव में शांति बहाली और अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की भी बात कही है।
क्या बोले ग्रामीण?
ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी हरकतें गांव की छवि और धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाती हैं। कई लोगों ने इसे कालाजादू या तंत्र-मंत्र से जोड़कर डर भी जताया।
अब सवाल ये –
•क्या यह सिर्फ अंधविश्वास था या इसके पीछे कोई और साजिश?
•मंदिरों को निशाना बनाने की ये कोई बड़ी योजना तो नहीं?
गरियाबंद पुलिस की मुस्तैदी ने एक बड़े अंधविश्वासी पाखंड का पर्दाफाश कर दिया है। लेकिन सवाल अभी भी हवा में हैं – क्या ये अंत है या किसी डरावने सिलसिले की शुरुआत?