प्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले महाराज) के श्रीमुख से कथा सुनने का मिलेगा सौभाग्य
भिलाई। CG NEWS: सावन माह की पावन बेला में भिलाई नगर धार्मिक आस्था का केंद्र बनने जा रहा है, जहाँ भक्तों के श्रद्धा और विश्वास को साकार रूप देने हेतु महा शिवपुराण कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस दिव्य कथा के माध्यम से भगवान शिव की महिमा, भक्ति, कर्म और कल्याणकारी स्वरूप को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से सुप्रसिद्ध कथा वाचक सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा भिलाई पधार रहे हैं।
यह आयोजन भिलाई के जयंती स्टेडियम में सम्पन्न होगा, जिसकी भव्यता और विशालता को देखते हुए आयोजन की तैयारियाँ जोरों पर हैं। आज आयोजन स्थल का निरीक्षण करने प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पहुँची और सभी व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की। श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए यातायात, पार्किंग, पेयजल, स्वास्थ्य, सुरक्षा तथा आपातकालीन सेवाओं की सुव्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
जयंती स्टेडियम में कथा पंडाल का निर्माण, विद्युत सज्जा, मंच की व्यवस्था, बैठने की समुचित व्यवस्था तथा वॉलिंटियर्स की नियुक्ति का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। आयोजन समिति द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। आयोजन के सफल संचालन हेतु नगर निगम, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में प्रतिदिन लाखो श्रद्धालुओं के पहुँचने की संभावना है। कथा के माध्यम से न केवल भक्ति का माहौल निर्मित होगा बल्कि लोगों को शिव तत्व का गहन बोध भी प्राप्त होगा। आयोजक बोल बम समिति के संस्थापक व उप नेता प्रतिपक्ष श्री दया सिंह ने भक्तों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर इस अद्भुत आध्यात्मिक आयोजन का लाभ लें।
सावन की शुभ बेला में होने वाला यह आयोजन न केवल भिलाई, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए आस्था, आध्यात्मिकता और शिवभक्ति का केंद्र बिंदु बनने जा रहा है।
मौके का निरीक्षण करने वालों में प्रमुख रूप से एडीएम विरेंद्र सिंह, एडिसनल एसपी सुखनंदन राठौर, एसडीएम दुर्ग हरिवंश मीरी, एसडीएम भिलाई व छावनी हितेश पिस्दा, सीएसपी भिलाई नगर सत्यप्रकाश तिवारी, तहसीलदार दुर्ग प्रफुल गुप्ता, ईई पीडल्यूडी आशीष भट्टाचार्य, जोन आयुक्त कुलदीप गुप्ता आदि शामिल रहे।