बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में एक वृद्ध महिला के साथ अन्याय हो गया है। महिला को एक छोटी सी मदद पहुंचाकर, उसका भरोसा जीतने वाले शख्स ने महिला को जोरदार झटका दिया है। आलम यह है कि वृद्धा अब सड़क पर आ गई है, जबकि उसकी संपत्ति एक करोड़ से ज्यादा की है।
जानकारी के मुताबिक एक ठेकेदार ने पहले तो बेटी की शादी में मदद के नाम वृद्धा का भरोसा जीता। फिर उसकी एक करोड़ की जमीन पर मकान व दुकान बनाने झांसा दिया और एग्रीमेंट कराने के नाम पर रजिस्ट्री करा ली। इसके बाद जमीन का एक हिस्सा दूसरे व्यक्ति को बेच दिया। जब खरीदार निर्माण कार्य के लिए पहुंचा तो धोखाधड़ी का पता चला। मामला सिविल लाइंस थाना क्षेत्र का है।
मुंगेली नाका निवासी इशारानी मित्रा (70) की 1800 वर्गफीट जमीन है। जो कि उनकी पैतृक संपत्ति है। इस पर उनका मकान भी बना हुआ है। इशारानी के पति की साल 2005 में मौत हो गई। इसके बाद से ठेकेदार रत्नेश जायसवाल का उनके घर में आना-जाना था। साल 2011 में इशारानी की बेटी पुतुल की शादी थी। इस दौरान रत्नेश ने उन्हें 3 लाख रुपये की मदद की थी।
जर्जर मकान के पुर्ननिर्माण का दिया था झांसा
इशारानी का मकान काफी जर्जर हालत में था। आरोप है कि रत्नेश ने उन्हें मकान के पुर्ननिर्माण का झांसा दिया। साथ ही कहा कि वह नीचे दुकान बनवा देगा और ऊपर रहने के लिए मकान होगा। दुकान के चलते उनकी आमदनी भी होने लगेगी। इसके लिए आरोपी ने एग्रीमेंट कराने की बात कही और धोखे से रजिस्ट्रार ऑफिस ले जाकर जमीन की खुद के नाम रजिस्ट्री करा ली।
अब किराए के मकान में रह रही है वृद्धा
इस दौरान इशारानी किराए के मकान में शिफ्ट हो गईं। इसके बाद रत्नेश ने आधी जमीन 39 लाख रुपये में दूसरे को बेच दी। खरीदने वाले जब निर्माण शुरू कराया, तब इशारानी को जमीन बिकने का पता चला। इस पर उन्होंने रत्नेश को बुलाकर इस संबंध में पूछताछ की। हर बार रत्नेश उन्हें गुमराह करता रहा। इसके बाद इशारानी ने सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज करा दिया।