रायपुर। CG VIDHANSABHA : प्रदेश में हुए राजस्व निरीक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का मामला आज विधानसभा में जोर शोर से गूंजा। सत्ता पक्ष के सवाल पर विपक्ष ने भी सरकार को जमकर घेरते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की। इसके लिए विभागीय मंत्री तैयार नहीं हुए, इससे नाराज़ विपक्ष ने सदन में हंगामा करते हुए वॉकआउट कर दिया।
विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल में भाजपा विधायक राजेश मूणत ने यह मामला उठाते हुए सरकार से पूछा कि वर्ष 2024 में हुए राजस्व निरीक्षक की परीक्षा में गड़बड़ी की जांच 5सदस्यीय कमेटी ने की और उस कमेटी अपनी रिपोर्ट में जिन लोगों को दोषी ठहराया उन पर विभाग ने कार्रवाई क्यों नहीं की। इसकी जांच के लिए उसे दूसरी एजेंसी को क्यों दी गई। अपने उत्तर में विभागीय मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि जांच में अनियमितता की बात सामने आई थी अब इसकी जांच के लिए ई ओ डब्ल्यू को सौंपा गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई करेंगे। भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने भी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पूछा कि दोषी अधिकारियों पर एफ आई आर क्यों नहीं कराया गया।
चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस सदस्य भूपेश बघेल और उमेश पटेल ने सरकार पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि वह भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास कर रही है। विपक्ष ने इसकी जांच सी बी आई से कराने की मांग की। इसके लिए सरकार तैयार नहीं हुई जिस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा करते हुए सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया।