ग्रेंड न्यूज। मध्यप्रदेश के शहडोल जिला चिकित्सालय में बीते 48 घंटों के दौरान एक के बाद आधा दर्जन नवजात शिशुओं की मौत से हड़कंप मच गया है। अस्पताल प्रबंधन इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन सारी हकीकत सामने आ गई है, जिसमें प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है। अब इस मामले पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई है।
जिले के कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू और पीआईसीयू में नवजात बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को चार और बच्चों की मौत के बाद हड़कंप मच गया। वहीं आज सुबह एक और बच्चे की मौत हो गई। इस तरह बीते 48 घंटे में अस्पताल में 6 बच्चों की मौत हो गई है। इस पूरे मामले में CMHO ने कमेटी गठन कर जांच के आदेश दिए हैं। लगातार मौत पर अस्पताल प्रबंधन पर मामला छुपाने का आरोप लग रहा है।
CM शिवराज ने बुलाई आपात बैठक
नवजात बच्चों की मौत मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्य अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी लेंगे। जानकारी के अनुसार दोपहर डेढ़ बजे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री बैठक करेंगे।
मासूमों ने गंवाई जान
चार माह से लेकर तीन दिन के चार नवजातों की बीते चौबीस घंटे में ईलाज के दौरान मौत हो गई। वही रविवार सुबह भी एक बच्चे की मौत हुई हैं। इनमें बुढ़ार ईलाके के अरझुली गांव का चार माह का बच्चा पुष्पराज, सिंहपुर के बोडरी का तीन माह का बच्चा राज कोल, दो माह का प्रियांश शामिल है। ये सभी पीआईसीयू में भर्ती थे। वहीं उमरिया जिले के तीन दिन की निशा की एसएनसीयू में मौत हुई। इन नवजातों की मौत से एक बार फिर शहड़ोल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।