आमतौर पर यही देखा जाता है कि खुद की गलती होने के बावजूद सीनियर अफसर ठिकरा मातहत पर फोड़कर उन्हें दंडित कर देते हैं। लेकिन यहां पर एक ऐसा मामला सामने आया है, जब कलेक्टर ने अपने मातहतों की लापरवाही पर ध्यान तो दिया और दंडित भी किया, लेकिन इससे पहले उन्होंने खुद को जिम्मेवार मानते हुए खुद पर जुर्माना ठोक दिया। संभवतः देश का यह पहला मामला है, जब किसी कलेक्टर ऐसा किया होगा।
दरअसल, राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सीएम हेल्पलाइन व अन्य शिकायतों के निराकरण की समीक्षा की, जिसमें कई प्रकरणों का निराकरण नहीं होने पर खुद की गलती मानते हुए स्वयं पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही जिले के 1139 अधिकारियों-कर्मचारियों पर भी उन्होंने 1लाख 13 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना किया है।
समय सीमा (टीएल) की बैठक में कलेक्टर नीरज सिंह ने सीएम हेल्पलाइन और अन्य लंबित शिकायतों की समीक्षा की, जिसमें सामने आया कि एल-1 से एल-3 तक पहुंच चुकी करीब 1139 शिकायतों का विभागीय अधिकारियों द्वारा निराकरण नहीं किया गया। इस पर उन्होंने प्रति शिकायत 100 रुपये के मान से 1139 शिकायतों पर एक लाख 13 हजार से भी अधिक राशि का जुर्माना लगाया है। कलेक्टर ने एल-1 पर कार्रवाई नहीं करने के कारण स्वयं पर भी 100 रुपये का जुर्माना आरोपित किया।