रायपुर। छग का वनांचल जशपुर, जिसे पिछड़े की गिनती में आज भी गिना जाता है, पर चौकाने वाली हकीकत सामने आई है। इसी जशपुर की वन धन योजना स्व सहायता समूह की महिलाओं ने महुआ के फूल से ऐसा सेनेटाइजर तैयार किया है, जिसे WHO ने भी प्रमाणित किया है।
जिस महुए को आमतौर पर शराब बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है, उससे इन महिलाओं ने आज के समय में सबसे ज्यादा आवश्यक और उपयोगी सामग्री के निर्माण में लगाकर साबित कर दिया है कि जरूरत के वक्त ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं बेहतर करने में सक्षम है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन महिलाओं के इस उत्पाद की तारीफ करते हुए बकायदा ट्वीट भी किया है।