कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद को देश में कई राजनीतिक दलों, यूनियनों ने समर्थन दिया है। हालांकि, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने इस बंद में ना शामिल होने की बात कही है साथ ही कहा है कि दिल्ली और देश के बाजार, ट्रांसपोर्ट कल खुले रहेंगे।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) एवं ट्रांसपोर्ट सेक्टर के शिखर संगठन आल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (ऐटवा) ने कहा कि देश का व्यापार और ट्रांसपोर्ट 8 दिसंबर को हो रहे भारत बंद में शामिल नहीं है और दिल्ली सहित देश भर के बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी. भरतिया ने दिल्ली में जारी एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि भारत बंद को लेकर किसी भी किसान संगठन अथवा किसान आंदोलन के नेताओं ने कैट अथवा ऐटवा से अपने आंदोलन अथवा भारत बंद के लिए कोई संपर्क भी नहीं किया है और न कोई समर्थन मांगा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली एवं देश भर के व्यापारी एवं ट्रांसपोर्टर्स भारत बंद में शामिल नहीं है।
बयान में कहा गया कि जब किसान नेताओं की सरकार के साथ बातचीत का दौर चल रहा है ऐसे में किसी भी बंद का कोई औचित्य नहीं है। देश के व्यापारियों एवं ट्रांसपोर्टरों की सहानुभूति किसानों के साथ है क्योंकि वो व्यापारियों एवं ट्रांसपोर्टरों की तरह ही देश की अर्थव्यवस्था का बेहद महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग हैं, लेकिन हमें भरोसा है कि सरकार और किसान नेताओं के बीच चल रही बातचीत के नतीजे अवश्य निकलेंगे।
संगठनों ने कहा कि वे दिल्ली से और बाहर से बाहर से दिल्ली आने वाले माल की आवाजाही पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे कि दिल्ली में माल की सुचारू आपूर्ति में कोई बाधा न हो।
गौरतलब है कि किसानों ने कृषि कानून के खिलाफ मंगलवार को भारत बंद बुलाया है। कई राजनीतिक दल, संगठन, यूनियन ने इस बंद का समर्थन किया है। दिल्ली में कई ऑटो, टैक्सी यूनियन ने भी बंद का समर्थन किया है। हालांकि, संगठनों ने कहा है कि वो बंद के दौरान इमरजेंसी सर्विस को छूट देंगे।