रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज क्या बच्चे, तो क्या बुजुर्ग, क्या मंत्री, तो क्या अफसर, हर किसी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वर्चुअल मैराथन में हिस्सा लिया। इस महापर्व में 70 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया और हैशटेग के माध्यम से अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जो राज्य ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष हैं ने, इसे महज एक मैराथन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और अस्मिता के गौरव का नवाचार कहा है। तो इस महापर्व के लिए राज्य ओलम्पिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने इस वृहद आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है।
ओलम्पिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल का खेलों के प्रति संजीदगी का ही परिणाम है कि प्रदेश में इस वृहद स्तर पर, जबकि कोरोना काल जारी है। ऐसे में भी मैराथन का आयोजन किया गया, भले ही यह वर्चुअल माध्यम से हुआ, लेकिन निरंतरता बरकरार रही। जिसकी वजह से प्रदेशभर के लोगों में उत्साह का माहौल देखने में आया है। महासचिव होरा ने कहा कि महज दो सालों के कार्यकाल के भीतर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों के भीतर नई भावना को जागृत किया है।
ओलम्पिक संघ के महासचिव होरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इच्छाशक्ति को मूर्तरूप देने में जनसंपर्क आयुक्त तारण सिन्हा और खेल संचालक श्रीमती श्वेता सिन्हा का अभूतपूर्व योगदान रहा है, जिसकी वजह से ही आज वर्चुअल मैराथन को व्यापक सफलता हासिल हुई है। होरा ने कहा कि प्रदेश के मुखिया प्रदेश के विकास के प्रति जितने संवेदनशील हैं, उतने ही खेलों के प्रति उनका उत्साह देखते बनता है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण अंतराष्ट्रीय स्तर का टेनिस अकादमी की स्वीकृति है।
महासचिव होरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ खेलों की दिशा में किस तेजी से अग्रसर है, इसकी बानगी ऐसी देखी जा सकती है कि प्रदेश में खेल विकास प्राधिकरण का गठन हो गया है और अब खेल केवल शहर स्तर पर ही नहीं, बल्कि गांव स्तर पर भी खेले जा रहे हैं, जिससे ग्रामीण बच्चों और युवाओं का भविष्य खेलों के माध्यम से निखरने लगा है।
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