नई दिल्ली। आयकर विभाग ने कथित कर चोरी को लेकर चेन्नई से संचालित एक प्रमुख व्यापारिक समूह के परिसर में नौ दिसंबर को खोज और जब्ती अभियान चलाया।
यह छापेमारी चेन्नई, त्रिची, कोयंबटूर, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और मुंबई में स्थित 60 परिसरों में की गई। इसकी जानकारी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने दी है।
आयकर विभाग ने चेन्नई के चेट्टिनाड समूह के कई ठिकानों पर हाल में मारे गये छापे में 700 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा, ‘‘तलाशी के दौरान विभिन्न जगहों से बेहिसाब 23 करोड़ रुपये नकद बरामद किये गये।’’ उसने कहा, ‘‘फिलहाल विभाग 700 करोड़ रुपये से अधिक की आयकर चोरी का पता लगाने में सफल रहा है।’’ बयान में दावा किया गया है कि अधिकारियों ने छापे के दौरान मियादी जमा के रूप में 110 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों का भी पता लगाया।
सीबीडीटी ने बताया, ‘आयकर विभाग ने 700 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता लगाया है। छापेमारी के दौरान 23 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी भी जब्त की गई है। इसके अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट के तौर पर 110 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति भी बरामद हुई है।’
आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के पनवेल शहर में एक बिल्डर समूह और उससे जुड़े कुछ लोगों के ठिकानों पर छापे मारने के बाद 160 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। आयकर विभाग ने 10 दिसंबर को पनवेल (रायगढ़ जिले) और पड़ोसी वाशी में 29 स्थानों पर छापे मारे थे।
सीबीडीटी ने कहा कि अब तक समूह की 163 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। इसमें छापे के दौरान बरामद 13.93 करोड़ रुपये नकद शामिल है। बोर्ड ने कहा कि फ्लैटों और जमीनों की बिक्री से संबंधित लेनदेन के सबूत जब्त किए गए हैं।