यात्रियों की सुरक्षा के साथ अपराधियों पर भी नकेल कसने की योजना पर रेलवे काम कर रहा है। रेलवे स्टेशनों को सिक्यूरिटी एंड सर्विलांस सिस्टम से लैस करके व ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे से लैस करके अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा। नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली समेत दिल्ली के सभी रेलवे स्टेशन को सिक्यूरिटी एंड सर्विलांस सिस्टम से लैस कर दिया गया है। रेलवे की योजना है कि अगले दो साल में एक हजार स्टेशनों को इस सिस्टम से लैस कर दिया जाए। इसके लिए निर्भया फंड को खर्च किया जा रहा है।
इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम से लैस
स्टेशनों को इंटिग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम से लैस किया जा रहा है। 160 डिग्री पर मूविंग सीसीटीवी कैमरे और हैंड बैगेज स्कैनर की संख्या बढ़ाई जाएगी, बम डिटेक्शन और डिस्पोजल सिस्टम से भी लैस किया जाएगा। राजधानी के स्टेशनों पर इसके लिए सीसीटीवी कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है। ऐसा सिस्टम लगाने की योजना है कि लावारिस वस्तु को देखते ही स्टेशन पर बर्जर बजने लगे और स्टेशन परिसर से आधा किमी की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। उन्नत कैमरे एफओबी, सर्कुलेटिंग एरिया, प्लेटफार्म, पार्सल, वेटिंग रूम, सड़क आदि की निगरानी करेंगे।
कैमरों के फुटेज को सुरक्षित रखा जाता है
स्टेशन की गतिविधियों से अवगत कोने के लिए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को सुरक्षित रखा जाता है। सीडी बनाकर इसके फुटेज को सुरक्षित करने के साथ ही जरूरी पडने पर इसका उपयोग किया जाता है। सुरक्षा में कोई चूक नहीं रह जाए इसे ध्यान में रख कैमरों को संचालित करने के लिए आरपीएफ के जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
फेस रिकग्नीशन सिस्टम पर भी हो रहा काम
अपराधियों को गिरफ्त में लेने के लिए आधुनिक तकनीक पर रेलवे जोर दे रहा है। यह प्रयोग पर जोर है कि रेलवे सुरक्षा बल को फेस रिकग्नीशन सिस्टम से लैस किया जाए।
एक्शन प्लान के साथ काम चल रहा है
कोविड-19 के पहले रेलवे ही रेलवे ने सफर को सुरक्षित बनाने और अपराधियों पर लगाम कसने के लिए ऐक्शन प्लान तैयार किया था। इसके तहत 2022 मार्च तक रेल कोच और स्टेशनों सीसीटीवी कैमरे से लैस करना था। मेल और एक्सप्रेस ट्रेन की 58, 600 कोचों में 2022 मार्च तक कैमरा लगाने की योजना है। 6,100 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना है।
रेलवे स्टेशनों को सिक्यूरिटी एंड सर्विलास सिस्टम से लैस किया जा रहा है। भारतीय रेलवे के 240 स्टेशन को इस सिस्टम से लैस कर दिया गया है। निर्भया फंड का भी इसमें इस्तेमाल किया जा रहा है। दो साल में अन्य स्टेशनों करो भी इस सिस्टम से लैस करने की योजना है। रेलटेल को एक हजार से अधिक स्टेशनों को सिक्यूरिटी एंड सर्विलांस सिस्टम से लैस करने की जिम्मेदारी है। स्टेशनों के साथ ही ट्रेन के कोच को भी सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जा रहा है।
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला